Category: Hindi Poems
गैंग Gang इसमें पान टपरी पर खड़े शोहदे हैं, मंदिरों-मस्जिदों पर पेट पालते कुछ धर्मगुरु हैं, कुछ लेखक हैं, थोड़े अजीब-से लगने वाले रंगों का प्रयोग करने वाले …
ठगी Thagi जिसकी हर बात पर मैं भरोसा कर लेता था उसने मुस्कुरा कर कहा गंजे सिर पर बाल उग सकते हैं मैंने उसे प्रयोग करने के लिए …
बोलने से पहले Bolne se pehle नहीं तो ऐसा बोलो जिससे आभास हो कि तुम बुद्धिमान हो बोलने से पहले उन तलवारों के बारे में सोचो जो जीभों …
एक इंच Ek Inch इस पेड़ का मेरे लिए पेड़ सिर्फ़ एक पेड़ है फूल सिर्फ़ एक फूल रास्ते ने ओढ़ रखी है पेड़ से झरते फूलों की …
तस्वीर में आमिर ख़ान के साथ मेरा एक रिश्तेदार Tasveer me aamir khan ke saath mera ek rishtedar अग़ल-बग़ल बैठे थे जो थोड़ा-थोड़ा कनखियों से झाँक लेते तो …
मुंबई नगरिया में मेरा ख़ानदान Mumbai nagariya me mera khandan पच्चीस का भाई पैंतीस से कम का क्या इक्कीस का मैं तीस-बत्तीस का दिखता हूं माँ-भाभी भी बुढ़ौती …
चंपा के फूल Champa ke Phool करते हैं उम्मीद और स्वप्न बुनियाद में बैठा भ्रम विश्वास का सहोदर है उस कु़रबत का आलिंगन जो तमाम दूरियों से भी …
दूध के दाँत Doodh ke Dant देह की गरमी से देह पर ही सूखता है – कृष्णनाथ मैंने जिन-जिन जगहों पे गाड़े थे अपने दूध के दांत वहां …