Category: Hindi Poems
कौन सिखाता है चिडियों को Kaun sikhata he chidiya ko कौन सिखाता फुदक-फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर्र से उड़ना दाने चुग-चुग खाना? कौन सिखाता तिनके …
उठो धरा के अमर सपूतो Utho dhara kea mar Saputo पुनः नया निर्माण करो। जन-जन के जीवन में फिर से नई स्फूर्ति, नव प्राण भरो। नया प्रात है, …
पुनः नया निर्माण करो Punah naya nirman karo पुनः नया निर्माण करो। जन-जन के जीवन में फिर से नई स्फूर्ति, नव प्राण भरो। नया प्रात है, नई बात …
माँ! यह वसंत ऋतुराज री! Maa yah vasant rituraj ri मह-मह-मह डाली महक रही कुहु-कुहु-कुहु कोयल कुहुक रही संदेश मधुर जगती को वह देती वसंत का आज री! …
वीर तुम बढ़े चलो Veer tum badhe chalo हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहीं वीर तुम बढ़े चलो! …
मैं सुमन हूँ Me suman hu ग्रीष्म, वर्षा, शीत का अभ्यास मेरा; झेलता हूँ मार मारूत की निरंतर, खेलता यों जिंदगी का खेल हंसकर। शूल का दिन रात …
यदि होता किन्नर नरेश मैं Yadi hota kinnar naresh me सोने का सिंहासन होता, सिर पर मुकुट चमकता। बंदी जन गुण गाते रहते, दरवाजे पर मेरे, प्रतिदिन नौबत …
चंदा मामा, आ Chanda Mama aa कल से मेरी छुट्टी है ना आये तो कुट्टी है। चंदा मामा खाते लड्डू, आसमान की थाली में। लेकिन वे पीते हैं …