Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Bhashan do bhai bhashan do“ , “भाषण दो! भई, भाषण दो!!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भाषण दो! भई, भाषण दो!! Bhashan do bhai bhashan do यदि दर्द पेट में होता हो या नन्हा-मुन्ना रोता हो या आँखों की बीमारी हो अथवा चढ़ रही तिजारी …

Hindi Poem of Hariom Panwar “Amar krantikari Chandrashekhar ka parichay“ , “अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर का परिचय” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर का परिचय Amar krantikari Chandrashekhar ka parichay   महायज्ञ का नायक शेखर, गौरव भारत भू का है जिसका भारत की जनता से रिश्ता आज लहू का …

Hindi Poem of Hariom Panwar “Inklab ke geet sunate jayenge“ , “इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे Inklab ke geet sunate jayenge इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे कोई रूप नहीं बदलेगा सत्ता के सिंहासन का कोई अर्थ नहीं निकलेगा बार-बार निर्वाचन …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Kavi hu Prayogshil“ , “कवि हूँ प्रयोगशील” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कवि हूँ प्रयोगशील Kavi hu Prayogshil ग़लत न समझो, मैं कवि हूँ प्रयोगशील, खादी में रेशम की गांठ जोड़ता हूँ मैं। कल्पना कड़ी-से-कड़ी, उपमा सड़ी से सड़ी, मिल जाए …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Mera ram to mera hundustan he“ , “मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है Mera ram to mera hundustan he चर्चा है अख़बारों में टी. वी. में बाजारों में डोली, दुल्हन, कहारों में सूरज, चंदा, तारों में …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Kya socha kya hua“ , “क्या सोचा, क्या हुआ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

क्या सोचा, क्या हुआ Kya socha kya hua मैं हिन्दी का अदना कवि हूं, कलम घिसी है, गीत रचे हैं। व्यंग्य और उपहास किए हैं, बहुत छपे हैं, बहुत …

Hindi Poem of Hariom Panwar “Ayodhya ki aag par“ , “अयोध्या की आग पर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अयोध्या की आग पर Ayodhya ki aag par अयोध्या की आग पर चर्चा है अख़बारों में टी.वी. में बाजारों में डोली, दुल्हन,कहारों में सूरज,चंदा,तारों में आँगन, द्वार, दिवारों में …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Satta“ , “सत्ता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सत्ता Satta सत्ता अंधी है लाठी के सहारे चलती है। सत्ता बहरी है सिर्फ धमाके सुनती है। सत्ता गूंगी है सिर्फ माइक पर हाथ नचाती है। कागज छूती नहीं …