Category: Hindi Poems
भाषण दो! भई, भाषण दो!! Bhashan do bhai bhashan do यदि दर्द पेट में होता हो या नन्हा-मुन्ना रोता हो या आँखों की बीमारी हो अथवा चढ़ रही तिजारी …
अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर का परिचय Amar krantikari Chandrashekhar ka parichay महायज्ञ का नायक शेखर, गौरव भारत भू का है जिसका भारत की जनता से रिश्ता आज लहू का …
इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे Inklab ke geet sunate jayenge इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे कोई रूप नहीं बदलेगा सत्ता के सिंहासन का कोई अर्थ नहीं निकलेगा बार-बार निर्वाचन …
कवि हूँ प्रयोगशील Kavi hu Prayogshil ग़लत न समझो, मैं कवि हूँ प्रयोगशील, खादी में रेशम की गांठ जोड़ता हूँ मैं। कल्पना कड़ी-से-कड़ी, उपमा सड़ी से सड़ी, मिल जाए …
मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है Mera ram to mera hundustan he चर्चा है अख़बारों में टी. वी. में बाजारों में डोली, दुल्हन, कहारों में सूरज, चंदा, तारों में …
क्या सोचा, क्या हुआ Kya socha kya hua मैं हिन्दी का अदना कवि हूं, कलम घिसी है, गीत रचे हैं। व्यंग्य और उपहास किए हैं, बहुत छपे हैं, बहुत …
अयोध्या की आग पर Ayodhya ki aag par अयोध्या की आग पर चर्चा है अख़बारों में टी.वी. में बाजारों में डोली, दुल्हन,कहारों में सूरज,चंदा,तारों में आँगन, द्वार, दिवारों में …
सत्ता Satta सत्ता अंधी है लाठी के सहारे चलती है। सत्ता बहरी है सिर्फ धमाके सुनती है। सत्ता गूंगी है सिर्फ माइक पर हाथ नचाती है। कागज छूती नहीं …