Category: Hindi Poems
कहानी कांग्रेस की Kahani Congress ki गाँधी के विरोधियों पुजारियों का मेल है राजनीति सांप और नेवले का खेल है काँग्रेसियों का देखो आज तुम कमाल जी धीरे-धीरे पूरी …
साँप ही तो हो Samp hi to ho साँप, दो-दो जीभें होने पर भी भाषण नहीं देते? आदमी न होकर भी पेट के बल चलते हो यार! हम तुम्हारे …
अब मूर्ख बनो! Ab Murakh bano बन चुके बहुत तुम ज्ञानचंद, बुद्धिप्रकाश, विद्यासागर? पर अब कुछ दिन को कहा मान, तुम लाला मूसलचंद बनो! अब मूर्ख बनो, मतिमंद बनो! …
बोए गुलाब Boye Gulab आँसू नीम चढ़े खून पड़ा काला! कानों में लाख जड़ी जीभ पर छाला! और तुम कहते हो, हंसो! सड़ी हुई सभ्यता पर फब्तियां कसो! कागज …
जो डलहौज़ी न कर पाया वो ये हुक़्क़ाम कर देंगे Jo dalhoji na kar paya vo ye hukkam kar denge जो डलहौज़ी न कर पाया वो ये हुक़्क़ाम कर …
आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे Aankh par patti rahe aur akal par tala rahe आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे अपने शाहे-वक़्त …
भैंस Bhens ओ, बाबूजी की डबल भैंस! मेरी कुटिया में घुस आई तू बाबूजी की डबल भैंस! ओ, बाबूजी की डबल भैंस! ओ काली-सी, मतवाली-सी, क्यों बिना सूचना घुस …
भुखमरी की ज़द में है या दार के साये में है Bhukhmari ki jad me he ya dark e saye me he भुखमरी की ज़द में है या दार …