Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Bhabhiji Namaste“ , “भाभीजी नमस्ते” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भाभीजी नमस्ते Bhabhiji Namaste भाभीजी, नमस्ते!’ ‘आओ लाला, बैठो!’ बोलीं भाभी हंसते-हंसते। ‘भाभी, भय्या कहाँ गए हैं?’ ‘टेढ़े-मेढ़े रस्ते!’ ‘तभी तुम्हारे मुरझाए हैं भाभीजी, गुलदस्ते!’ ‘अक्सर संध्या को पुरुषों …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Bazahir pyar ki duniya me jo nakam hota he “ , “बज़ाहिर प्यार की दुनिया में जो नाकाम होता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बज़ाहिर प्यार की दुनिया में जो नाकाम होता है Bazahir pyar ki duniya me jo nakam hota he बज़ाहिर प्यार की दुनिया में जो नाकाम होता है कोई रूसो …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Jism kya he ruh tak sab kuch khulasa dekhiye“ , “जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिये Jism kya he ruh tak sab kuch khulasa dekhiye जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिये आप भी …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Garr chand tavarikhi tahrir badal doge“ , “ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे Garr chand tavarikhi tahrir badal doge गर चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे क्या इनसे किसी कौम की तक़दीर बदल दोगे || जायस से …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Dhanyavad“ , “धन्यवाद” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

धन्यवाद Dhanyavad उनका कलम उन्हें लौटाया- धन्यवाद जी! पत्र लिखा तो उत्तर आया- धन्यवाद जी! छायावाद, रहस्यवाद तो बहुत सुने थे, किंतु कहाँ से आ टपका यह धन्यवाद जी! …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Hindu ya muslim ke ahsasat ko mat chodiye“ , “हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये Hindu ya muslim ke ahsasat ko mat chodiye हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये अपनी कुरसी के लिए जज्बात …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Tumhari Failo me gavn ka mousam gulabi he“ , “तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है Tumhari Failo me gavn ka mousam gulabi he तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे हैं …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Vo jiske haath me chale he pero me bivai he“ , “वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है Vo jiske haath me chale he pero me bivai he वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई …