Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Adam Gondvi “Jiske sammohan me pagal dharti he aakash bhi he“ , “जिसके सम्मोहन में पागल धरती है आकाश भी है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिसके सम्मोहन में पागल धरती है आकाश भी है Jiske sammohan me pagal dharti he aakash bhi he जिसके सम्मोहन में पागल धरती है आकाश भी है एक पहेली-सी …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Bhookh ke ehsaas ko shoro sukhan tak le chalo“ , “भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो Bhookh ke ehsaas ko shoro sukhan tak le chalo भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो या अदब को मुफ़लिसों …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Samdhin meri rasbhini he“ , “समधिन मेरी रसभीनी है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

समधिन मेरी रसभीनी है Samdhin meri rasbhini he छह बच्चों की माँ है तो क्या, मुँह पर उनके रंगीनी है, समधिन मेरी रसभीनी है। माथे पर बिंदिया चमचम है, …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Bechta yu hi nahi hai aadmi iman ko“ , “बेचता यूँ ही नहीं है आदमी ईमान को ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बेचता यूँ ही नहीं है आदमी ईमान को Bechta yu hi nahi hai aadmi iman ko बेचता यूँ ही नहीं है आदमी ईमान को, भूख ले जाती है ऐसे …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Eji kahu ki oji kahu“ , “एजी कहूँ कि ओजी कहूँ?” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एजी कहूँ कि ओजी कहूँ? Eji kahu ki oji kahu एजी’ कहूँ कि ‘ओजी’ कहूँ ‘सुनोजी’ कहूँ कि ‘क्योंजी’ कहूँ ‘अरे ओ’ कहूँ कि ‘भाई’ कहूँ कि सिर्फ भई …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Batao kese likh du dhoop Phagun ki nashili he“ , “बताओ कैसे लिख दूं धूप फागुन की नशीली है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बताओ कैसे लिख दूं धूप फागुन की नशीली है Batao kese likh du dhoop Phagun ki nashili he घर में ठन्डे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है बताओ कैसे …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Chala ja“ , “चला जा!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चला जा! Chala ja गरीबों के घर का तो मालिक खुदा है तू अपना ही रुतबा बढ़ाता चला जा। बग़ावत से रह दूर, जा रेडियो पर तू जंगी तराने …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Sukumar gadhe“ , “सुकुमार गधे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुकुमार गधे Sukumar gadhe मेरे प्यारे सुकुमार गधे! जग पड़ा दुपहरी में सुनकर मैं तेरी मधुर पुकार गधे! मेरे प्यारे सुकुमार गधे! तन-मन गूंजा-गूंजा मकान, कमरे की गूंज़ीं दीवारें …