Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Adam Gondvi “Aap kahte he sarapa gulmuhar he zindagi“ , “आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है ज़िंदगी ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है ज़िंदगी Aap kahte he sarapa gulmuhar he zindagi आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है ज़िंदगी हम ग़रीबों की नज़र में इक क़हर है …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Ishvar ke ghar loot hui“ , “ईश्वर के घर लूट हुई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ईश्वर के घर लूट हुई Ishvar ke ghar loot hui एक दिन ईश्वर के घर लूट हुई- चूहा दांत ले भागा बिल्ली मूंछें खुदा स्टोर तलाश करने लगा किससे …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Ghar me thande chulhe par agar khali patili he“ , “घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है Ghar me thande chulhe par agar khali patili he घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है बताओ कैसे …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Kanto ne hame khushbu di he“ , “काँटों ने हमें खुशबू दी है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

काँटों ने हमें खुशबू दी है Kanto ne hame khushbu di he काँटों ने हमें खुशबू दी है, फूलों ने हमेशा काटा है। बांहों ने पिन्हाई जंजीरें, आहों ने …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Zulf angadai tabassum chand aaina gulab“ , “ज़ुल्फ़-अँगड़ाई-तबस्सुम-चाँद-आईना-गुलाब ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ज़ुल्फ़-अँगड़ाई-तबस्सुम-चाँद-आईना-गुलाब Zulf angadai tabassum chand aaina gulab ज़ुल्फ़-अँगड़ाई-तबस्सुम-चाँद-आईना-गुलाब भुखमरी के मोर्चे पर ढल गया इनका शबाब पेट के भूगोल में उलझा हुआ है आदमी इस अहद में किसको फुरसत …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Vidambana“ , “विडम्बना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

विडम्बना Vidambana गाँधी बाबा के सुराज में, सुरा बहुत है, राज नहीं है। राज़ बहुत खुलते हैं, लेकिन खिलता यहां समाज नहीं है। यह देखो कैसी विडम्बना राजनीति में …

Hindi Poem of Adam Gondvi “Jo Uljhan kar rah gai he failo ke jaal me“ , “जो उलझ कर रह गई है फाइलों के जाल में ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जो उलझ कर रह गई है फाइलों के जाल में Jo Uljhan kar rah gai he failo ke jaal me जो उलझ कर रह गई है फाइलों के जाल …

Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Neta ji ki tula dan“ , “नेताजी का तुलादान” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नेताजी का तुलादान Neta ji ki tula dan देखा पूरब में आज सुबह, एक नई रोशनी फूटी थी। एक नई किरन, ले नया संदेशा, अग्निबान-सी छूटी थी॥ एक नई …