Category: Hindi Poems
बसन्त पंचमी पर निराला-स्मृति Basant panchmi par nirala samriti था यहाँ बहुत एकान्त, बंधु नीरव रजनी-सा शान्त, बंधु दुःख की बदली-सा क्लान्त, बंधु नौका-विहार दिग्भ्रान्त, बंधु! तुम ले …
हवाई थैला Havai thela एक बड़ा सा एअर-बैग है जिसे हम कहते हैं हवाई थैला यह केवल अनुवाद नहीं है हमारी भाषा में इसके हवाई होने का अपना अर्थ …
मुझे याद आई धरती की Mujhe yaad aai dharti ki मुझे याद आई धरती की। मैनें देखा, मैनें देखा क्षीणकाय तरुणी, वृद्धा सी लुंचित केश, वसन मटमैले, निर्वसना …
बड़ी होती बेटी Badi hoti beti अभी पिछले फागुन में उसकी आँखों में कोई रंग न था पिछले सावन में उसके गीतों में करुणा न थी अचानक बड़ी हो …
हाँ ऐसा भी हो सकता है Ha esa bhi ho sakta hai एक बूँद गहरा पानी भी सौ जलयान डुबो सकता है हाँ! ऐसा भी हो सकता है …
करीम भाई Karim bhai कोई लोहा पीटता है कोई छाती पीटता है पर यह क्या करीम भाई तुम हवा को पीट रहे हो लोहा पीटना पूरा काम है और …
स्वयं अपने हाथ से श्रृंगार सारा Sway apne haath se shringar sara आज कर दूँ स्वयं अपने हाथ से श्रृंगार सारा, तुम कहो तो… वेणियों में गूँथ दूँ …
रात देखो जा रही है Raat dekho ja rahi hai भय कहीं विश्राम लेने जा रहा है भोर का तारा नज़र बस आ रहा है और अब पहली …