Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Ghabra kar“ , “घबरा कर ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घबरा कर Ghabra kar वह किसी उम्मीद से मेरी ओर मुड़ा था लेकिन घबरा कर वह नहीं मैं उस पर भूँक पड़ा था । ज़्यादातर कुत्ते पागल नहीं होते …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Talase-ishq me sari umar tamam hui“ , “तलाशे-इश्क़ में सारी उमर तमाम हुई ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तलाशे-इश्क़ में सारी उमर तमाम हुई Talase-ishq me sari umar tamam hui   तलाशे-इश्क़ मे सारी उमर तमाम हुई आके दहलीज पे इक बेवफ़ा के शाम हुई ग़मे-फ़िराक़, ग़मे-कार, …

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Kisi pavitra ichcha ki ghadi me“ , “किसी पवित्र इच्छा की घड़ी में ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

किसी पवित्र इच्छा की घड़ी में Kisi pavitra ichcha ki ghadi me व्यक्ति को विकार की ही तरह पढ़ना जीवन का अशुद्ध पाठ है। वह एक नाज़ुक स्पन्द है …

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Ye panktiya mere nikat“ , “ये पंक्तियाँ मेरे निकट” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये पंक्तियाँ मेरे निकट Ye panktiya mere nikat ये पंक्तियाँ मेरे निकट आईं नहीं मैं ही गया उनके निकट उनको मनाने, ढीठ, उच्छृंखल अबाध्य इकाइयों को पास लाने: कुछ …

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Dusri taraf uski upasthiti “ , “दूसरी तरफ़ उसकी उपस्थिति” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दूसरी तरफ़ उसकी उपस्थिति Dusri taraf uski upasthiti वहाँ वह भी था जैसे किसी सच्चे और सुहृद शब्द की हिम्मतों में बँधी हुई एक ठीक कोशिश……. जब भी परिचित …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Baise-shok aajmate hai“ , “इसे-शौक आजमाते हैं ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इसे-शौक आजमाते हैं Baise-shok aajmate hai   बाइसे-शौक आजमाते हैं कितने मज़बूत अपने नाते हैं रोज़ कश्ती सवाँरता हूँ मैं कुछ नये छेद हो ही जाते हैं बाकलमख़ुद बयान …

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Lapata ka huliya“ , “लापता का हुलिया ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लापता का हुलिया Lapata ka huliya रंग गेहुआं ढंग खेतिहर उसके माथे पर चोट का निशान कद पांच फुट से कम नहीं ऐसी बात करताकि उसे कोई गम नहीं। …

Hindi Poem of Kunwar Narayan “Unke pashchat “ , “उनके पश्चात्” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उनके पश्चात् Unke pashchat कुछ घटता चला जाता है मुझमें उनके न रहने से जो थे मेरे साथ मैं क्या कह सकता हूँ उनके बारे में, अब कुछ भी …