Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ibne Insha “Kavita”,”कबित्त (कवित्त)” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कबित्त (कवित्त)  Kavita (एक) जले तो जलाओ गोरी,पीत का अलाव गोरी अभी न बुझाओ गोरी, अभी से बुझाओ ना । पीत में बिजोग भी है, कामना का सोग भी …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Riti vilap”,” रति-विलाप” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रति-विलाप  Riti vilap   होगए उन्मन अचानक शंभु हुई समाधि खंडित. कुछ नए आभास अंतर्मुखी मन का चेत जागा. खुल गये अरुणाभ लोचन देखते अति चकित-विस्मित अपरिचित दृष्यावली अंकित, …

Hindi Poem of Ibne Insha “Us sham vo rukhsat ka sama”,”उस शाम वो रुख़सत का समा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उस शाम वो रुख़सत का समा  Us sham vo rukhsat ka sama उस शाम वो रुख़सत का समाँ याद रहेगा वो शहर, वो कूचा, वो मकाँ याद रहेगा वो …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “ Shiv Virah”,” शिव-विरह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिव-विरह Shiv Virah   उमँगता उर पितृ-गृह के नाम से ही! तन पुलकता, मन उमड़ आता! जन्म का नाता! सती, आई हुलसती, तन पहुँचता बाद में उस परम प्रिय …

Hindi Poem of Ibne Insha “Insha ji utho ab kuch karo”,”इंशाजी उठो अब कूच करो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इंशाजी उठो अब कूच करो  Insha ji utho ab kuch karo इंशाजी उठो अब कूच करो, इस शहर में जी का लगाना क्या वहशी को सुकूं से क्या मतलब, …

Hindi Poem of Ibne Insha “Farz karo”,”फ़र्ज़ करो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फ़र्ज़ करो  Farz karo फ़र्ज़ करो हम अहले  वफ़ा हों, फ़र्ज़  करो दीवाने हों फ़र्ज़   करो   ये  दोनों  बातें  झूठी हों अफ़साने हों फ़र्ज़ करो  ये  जी की बिपता, …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Bar Bar Aaunga”,” बार-बार आऊँगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बार-बार आऊँगा  Bar Bar Aaunga   वाचक – आह, रक्त की प्यास न जाने, जाग जाग उठती क्यों, जाने क्यों, शैतान उतर कर बार- बार आता है. फिर प्राणों …