Category: Hindi Poems
मेरे सपनों के भाग में Mere Sapno ke bhaag me कि जैसे दुनिया देखने की ज़िद के सही साँझ न होने पर पूरा, सो जाए मचल-मचल कर, रोता हुआ …
जाको धन, धरती हरी Jako dhan, dharti hari जाको धन, धरती हरी, ताहि न लीजै संग। ओ संग राखै ही बनै, तो करि राखु अपंग॥ तो करि राखु …
माँ Maa माँ पालती है पेड़ एक लाड़ से प्यार से दुलार से। माँ सुलाती है लोरी गा पिलाती है दूध लुटाती है तन मन प्राण पेड़ होता बड़ा …
झूठा मीठे वचन कहि Jhutha mithe vachan kahi झूठा मीठे वचन कहि, ॠण उधार ले जाय। लेत परम सुख उपजै, लैके दियो न जाय॥ लैके दियो न जाय, ऊँच …
महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है Mahfil mahfil muskana to padta hai महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है खुद ही खुद को समझाना तो पड़ता है उनकी आँखों से …
साईं अवसर के परे Sai avsar ke pare साईं, बैर न कीजिए, गुरु, पंडित, कवि, यार। बेटा, बनिता, पँवरिया, यज्ञ–करावनहार॥ यज्ञ–करावनहार, राजमंत्री जो होई। विप्र, पड़ोसी, वैद्य, आपकी …
साईं अपने चित्त की Sai apne chitt ki साईं अपने चित्त की, भूलि न कहिये कोइ। तब लगि मन में राखिये, जब लगि कारज होइ॥ जब लगि कारज …
बात करनी है, बात कौन करे Baat karni ha, baat kaun kare बात करनी है, बात कौन करे दर्द से दो-दो हाथ कौन करे हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं …