Category: Hindi Poems
तुम्हे मैं प्यार नहीं दे पाऊँगा Tumhe me pyar nahi de paunga ओ कल्पव्रक्ष की सोनजुही! ओ अमलताश की अमलकली! धरती के आतप से जलते… मन पर छाई निर्मल …
पानी बाढो नाव में Pani badho nav me पानी बाढो नाव में, घर में बाढो दाम। दोनों हाथ उलीचिए, यही सयानो काम॥ यही सयानो काम, राम को सुमिरन …
तुम्हारी छत पे निगरानी बहुत है Tumhari chat pe nigrani bahut hai तुम्हें जीने में आसानी बहुत है तुम्हारे ख़ून में पानी बहुत है ज़हर-सूली ने गाली-गोलियों ने हमारी …
सांई अपने चित्त की Sai apne chitt ki सांई अपने चित्त की, भूलि न कहिये कोइ। तब लगि मन में राखिये, जब लगि कारज होइ॥ जब लगि कारज …
तुम्हारा फ़ोन आया है Tumhara phone aaya hai अजब सी ऊब शामिल हो गयी है रोज़ जीने में पलों को दिन में, दिन को काट कर जीना महीने में …
बिना विचारे जो करै Bin vichare jo kare बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछिताय। काम बिगारै आपनो, जग में होत हंसाय॥ जग में होत हंसाय, चित्त चित्त …
जिसकी धुन पर दुनिया नाचे Jiski dhun par duniya nache जिसकी धुन पर दुनिया नाचे, दिल ऐसा इकतारा है, जो हमको भी प्यारा है और, जो तुमको भी प्यारा …
सांई अवसर के परे Sai asvar ke pare सांई अवसर के परे, को न सहै दु:ख द्वंद। जाय बिकाने डोम घर, वै राजा हरिचंद॥ वै राजा हरिचंद, करैं …