Category: Hindi Poems
नमक Namak नमक दुःख है धरती का और उसका स्वाद भी! पृथ्वी का तीन भाग नमकीन पानी है और आदमी का दिल नमक का पहाड़ कमज़ोर है दिल …
मै कवि हूँ Me kavi hu सम्बन्धों को अनुबन्धों को परिभाषाएँ देनी होंगी होठों के संग नयनों को कुछ भाषाएँ देनी होंगी हर विवश आँख के आँसू को यूँ …
प्रेम के लिए फांसी (ऑन ऑनर किलिंग) Prem ke liye fanshi मीरारानी तुम तो फिर भी खुशकिस्मत थीं, तुम्हे जहर का प्याला जिसने भी भेजा, वह भाई तुम्हारा …
बादडियो गगरिया भर दे Baddiyo gagariya bhar de बादड़ियो गगरिया भर दे बादड़ियो गगरिया भर दे प्यासे तन-मन-जीवन को इस बार तो तू तर कर दे बादड़ियो गगरिया भर …
पुस्तकालय में झपकी Pustkalaya me jhapki गर्मी गज़ब है! चैन से जरा ऊंघ पाने की इससे ज़्यादा सुरिक्षत, ठंडी, शांत जगह धरती पर दूसरी नहीं शायद । गैलिस …
सूरज पर प्रतिबंध अनेकों Suraj par pratibandh aneko सूरज पर प्रतिबंध अनेकों और भरोसा रातों पर नयन हमारे सीख रहे हैं हँसना झूठी बातों पर हमने जीवन की चौसर …
मृत्यु Mrityu उसकी उमर ही क्या है! मेरे ही सामने की उसकी पैदाइश है! पीछे लगी रहती है मेरे कि टूअर-टापर वह मुहल्ले के रिश्ते से मेरी बहन …
उनकी ख़ैरो-ख़बर नही मिलती Unki Khero khabar nahi milti उनकी ख़ैरो-ख़बर नही मिलती हमको ही खासकर नही मिलती शायरी को नज़र नही मिलती मुझको तू ही अगर नही मिलती …