Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Anamika “Janam le raha he ek naya purush – 3“ , “जनम ले रहा है एक नया पुरुष-3 ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जनम ले रहा है एक नया पुरुष-3 Janam le raha he ek naya purush – 3   मृत्यु का क्या! वह तो मुहल्ले की लड़की है! आगे नाथ, न …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Tuktak aur muktak“ , “तुक्तक और मुक्तक ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुक्तक और मुक्तक Tuktak aur muktak (आत्मकथा की झाँकी) मैं जिसका पट्ठा हूँ उस उल्लू को खोज रहा हूँ डूब मरूँगा जिसमें उस चुल्लू को खोज रहा हूँ ।। …

Hindi Poem of Anamika “Janam Le raha hai ek naya purush – 2“ , “जनम ले रहा है एक नया पुरुष-2 ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जनम ले रहा है एक नया पुरुष-2 Janam Le raha hai ek naya purush – 2 महाकाल सृष्टि का नौवाँ महीना है, छत्तीसवाँ महीना मेरे भीतर कुछ चल रहा …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Parinati“ , “परिणति” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

परिणति Parinati उस दिन भी ऐसी ही रात थी। ऐसी ही चांदनी थी। उस दिन भी ऐसे ही अकस्मात्, हम-तुम मिल गए थे। उस दिन भी इसी पार्क की …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Tuk ki Vyarthta“ , “तुक की व्यर्थता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुक की व्यर्थता Tuk ki Vyarthta दर्द दिया तुमने बिन माँगे, अब क्या माँगू और? मन के मीत! गीत की लय, लो, टूट गई इस ठौर गान अधूरा रहे …

Hindi Poem of Anamika “Janam le raha he ek nahya purush -1“ , “जनम ले रहा है एक नया पुरुष-1” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जनम ले रहा है एक नया पुरुष-1 Janam le raha he ek nahya purush -1   सृष्टि की पहली सुबह थी वह! कहा गया मुझसे तू उजियारा है धरती …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Samadhi lekh“ , “समाधि लेख ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

समाधि लेख Samadhi lekh रस तो अनंत था, अंजुरी भर ही पिया, जी में वसंत था, एक फूल ही दिया। मिटने के दिन आज मुझको यह सोच है, कैसे …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Pathheen“ , “पथहीन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पथहीन Pathheen कौन सा पथ है? मार्ग में आकुल – अधीरातुर बटोही यों ही पुकारा कौन सा पथ है? महाजन जिस ओर जाएं – शास्त्र हुंकारा अंतरात्मा ले चले …