Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Ek masum se khat par baval kitna tha “ , “एक मासूम से ख़त पर बवाल कितना था ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक मासूम से ख़त पर बवाल कितना था Ek masum se khat par baval kitna tha   एक मासूम से ख़त पर बवाल कितना था उस हिमाकत का मुझे …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Prashanchinha“ , “प्रश्नचिह्न” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रश्नचिह्न Prashanchinha मूर्ति तो हटी, परन्तु तम में भटकती हुई अनगिनती आंखों को जिसने नई दृष्टि दी, खोल दिए सम्मुख नए क्षितिज, नूतन आलोक से मंडित की सारी भूमि- …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Sabko tum accha kaht ho, kano ki priyakar lagta hai“ , “सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर लगता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर लगता है Sabko tum accha kaht ho, kano ki priyakar lagta hai   सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Mera Pithu“ , “मेरा पिट्ठू” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरा पिट्ठू Mera Pithu मैं और मेरा पिट्ठू देह से अकेला होकर भी मैं दो हूँ मेरे पेट में पिट्ठू है। जब मैं दफ़्तर में साहब की घंटी पर …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Jisne aage badhkar china ve sajjan shrimant ho gye “ , “जिसने आगे बढ़ कर छीना वे सज्जन श्रीमन्त हो गये ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिसने आगे बढ़ कर छीना वे सज्जन श्रीमन्त हो गये Jisne aage badhkar china ve sajjan shrimant ho gye   जिसने आगे बढ़ कर छीना वे सज्जन श्रीमन्त हो …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Vida bela“ , “विदा बेला” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

विदा बेला Vida bela पाया स्नेह, पा सकीं न पर तुम विदा-रीति का ज्ञान पगली! बिछोह की बेला में बिन मांगे ही प्रीति का दान दो मुझे। कहो इस …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Halat se is tarha pareshan hue log “ , “हालात से इस तरह परेशान हुये लोग ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हालात से इस तरह परेशान हुये लोग Halat se is tarha pareshan hue log   हालात से इस तरह परेशान हुये लोग तंग आके अपने आप ही इंसान हुये …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Pathheen“ , “पथहीन ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पथहीन Pathheen कौन सा पथ है? मार्ग में आकुल – अधीरातुर बटोही यों ही पुकारा कौन सा पथ है? महाजन जिस ओर जाएं – शास्त्र हुंकारा अंतरात्मा ले चले …