Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Ye ravayat aam hai kyo muh chipaya kijiye“ , “ये रवायत आम है क्यों मुँह छिपाया कीजिये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये रवायत आम है क्यों मुँह छिपाया कीजिये Ye ravayat aam hai kyo muh chipaya kijiye   ये रवायत आम है क्यों मुँह छिपाया कीजिये। सीधे रस्ते बन्द हैं …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Bharatav“ , “भारतत्व ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भारतत्व Bharatav गाँवों में समाजवाद, शहरों में पूँजीवाद, दफ़्तर में सामन्तवाद घर में अधिनायकत्व है कभी-कभी लगता है यही भारतत्व है । Related posts: Hindi Poem of Bharat Bhushan …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Yaad ka ek diya sa jalta hai “ , “याद का इक दिया सा जलता है।” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

याद का इक दिया सा जलता है। Yaad ka ek diya sa jalta hai   याद का इक दिया सा जलता है। लौ पकड़ने को दिल मचलता है। ख़्वाब …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Yu chmpai rangat pa sindur nikhar hai“ , “यूँ चम्पई रंगत प सिंदूरी निखार है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

यूँ चम्पई रंगत प सिंदूरी निखार है Yu chmpai rangat pa sindur nikhar hai   यूँ चम्पई रंगत प सिंदूरी निखार है इंसानी पैरहन में गुले-हरसिंगार है। धानी से …

Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Vasiyat“ , “वसीयत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वसीयत Vasiyat भला राख की ढेरी बनकर क्या होगा? इससे तो अच्छा है कि जाने के पहले अपना सब कुछ दान कर जाऊँ । अपनी आँखें मैं अपनी स्पेशल …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Lihafo ki silai kholta hai“ , “लिहाफ़ों की सिलाई खोलता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लिहाफ़ों की सिलाई खोलता है Lihafo ki silai kholta hai   लिहाफ़ों की सिलाई खोलता है कोई दीवाना है सच बोलता है। बेचता है सड़क पर बाँसुरी जो हवा …

Hindi Poem of Amarnath Shrivastav “Sadhe palado ke taraju“ , “सधे पलड़ों के तराज़ू” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सधे पलड़ों के तराज़ू Sadhe palado ke taraju फांस जो छूती रगों को देखने में कुछ नहीं है रह न पाया एक सांचे से मिला आकार मेरा स्वर्ण प्रतिमा …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Mat mansube bandh batohi, safar bada bedhanga hai“ , “मत मंसूबे बाँध बटोही, सफर बड़ा बेढंगा है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मत मंसूबे बाँध बटोही, सफर बड़ा बेढंगा है Mat mansube bandh batohi, safar bada bedhanga hai   मत मंसूबे बाँध बटोही, सफर बड़ा बेढंगा है। जिससे मदद मांगता है …