Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Amarnath Shrivastav “Phans jo chute rogo ko“ , “फाँस जो छूती रगों को” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फाँस जो छूती रगों को Phans jo chute rogo ko फाँस जो छूती रगों को देखने में कुछ नहीं है रह न पाया एक साँचे से मिला आकार मेरा …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Hum apne haq se jiyada nazar nahi rakhte “ , “हम अपने हक़ से जियादा नज़र नहीं रखते ?” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम अपने हक़ से जियादा नज़र नहीं रखते Hum apne haq se jiyada nazar nahi rakhte   हम अपने हक़ से जियादा नज़र नहीं रखते चिराग़ रखते हैं, शम्सो-क़मर …

Hindi Poem of Amarnath Shrivastav “Manjil dar manjil“ , “मंज़िल-दर-मंज़िल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मंज़िल-दर-मंज़िल Manjil dar manjil मंज़िल-दर-मंज़िल पुण्य फलीभूत हुआ कल्प है नया सोने की जीभ मिली स्वाद तो गया। छाया के आदी हैं गमलों के पौधे जीवन के मंत्र हुए …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Fikra aadat me dhal gai hogi“ , “फ़िक्र आदत में ढल गई होगी ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फ़िक्र आदत में ढल गई होगी Fikra aadat me dhal gai hogi   फ़िक्र आदत में ढल गई होगी अब तबीयत सम्हल गई होगी गो हवादिस नहीं रुके होंगे …

Hindi Poem of Amarnath Shrivastav “Sambandho ke thande ghar me“ , “सम्बन्धों के ठंडे घर में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सम्बन्धों के ठंडे घर में Sambandho ke thande ghar me सम्बन्धों के ठंडे घर में वैसे तो सबकुछ है लेकिन इतने नीचे तापमान पर रक्तचाप बेहद खलता है| दिनचर्या …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Acchai se dar lagta hai “ , “अच्छाई से डर लगता है ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अच्छाई से डर लगता है Acchai se dar lagta hai   सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर लगता है अच्छे हो तुम किन्तु तुम्हारी अच्छाई से डर …

Hindi Poem of Amarnath Shrivastav “Sanhita ke vyuh me“ , “संहिता के व्यूह में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

संहिता के व्यूह में Sanhita ke vyuh me जहां आंखों में रहा, आकाश का विस्तार मेरा वहीं मेरे पांव छूकर रोकता आधार मेरा फूल की कोमल पंखुरियों में बसी …

Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Shahar mujhko tere sare muhalle yaad aate hai “ , “शहर मुझको तेरे सारे मुहल्ले याद आते हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शहर मुझको तेरे सारे मुहल्ले याद आते हैं Shahar mujhko tere sare muhalle yaad aate hai   शहर मुझको तेरे सारे मुहल्ले याद आ्ते हैं दुकाँ पर चाय की …