Category: Hindi Poems
एक मिट्टी का खिलौना Ek mitti ka khilona एक मिट्टी का खिलौना जिन्दगी, ढालने को जन्म भी तैयार है, खेलने को मौत भी तैयार! चार साँसें, एक आँसू, …
मोरी जोत ना धुँधुआय Mori jot na Chunchuay पीछे छूटि गई सारी भीर-भार! अब तो उतरि गो सैलाब, जी में काहे की हरास, लै जात नहीं केऊ का …
वटकथा Vatkatha मैं जाती थी वर्ष में एक बार,उस छाँह को छूने उसके नीचे बिताये दिन फिर से जीने, और पूरे साल की ऊर्जा मिल जाती थी मुझे …
चुप्पै रहि लेत हौं Chuppe rahi let haa बिटवा को माय ने बिगारि दियो कइस दुइ बच्चन को बाप ह्वै छटूलो बनो जात है! का कहै मरद जात …
अक्षरा Akshara तुम प्रतिष्ठित रहो सुयश प्रदायिनी बन हृदय में निष्ठा स्वरूप बसो निरंतर! प्रभा बन सुविकीर्ण प्रतिपल नयन में हो बन अचल विश्वास अंतर में समाओ, समर्पित …
बहिनी का भाग Bahini ka bhag तेरी कमाई में ओ,मेरे भइया कुछ तो है बहिनी का भाग, इक नया पैसा हजार रुपैया में,बस इतना कर दे निभाव, भौजी …
तेरी माटी चंदन! Teri mati chandan तेरी माटी चंदन, तेरा जल गंगा जल, तुझमें जो बहती है वह वायु प्राण का बल, ओ मातृ-भूमि, मेरे स्वीकार अमित वंदन! …
गोरस की हाँडी Goras ki handi गोरस की हाँडी कबहुँ बोरसी पे चढी नायँ,तीज-त्यौहार हू कढ़ाही रही छूछ ही, एकै बार पेट तो भराय दिन भरै माँझ रात …