Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ibne Insha “ Saye se”,”साए से” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साए से  Saye se क्यों मेरे साथ-साथ आता है? मेरी मंज़िल है बेनिशाँ नादाँ साथ मेरा-तेरा कहाँ नादाँ थक गए पाँव पड़ गए छाले मंज़िलें टिमटिमा रही हैं – …

Hindi Poem of Ibne Insha “Dekh hamare mathe par”,”देख हमारे माथे पर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

देख हमारे माथे पर  Dekh hamare mathe par देख हमारे माथे पर ये दश्त-ए-तलब की धूल मियां हम से है तेरा दर्द का नाता, देख हमें मत भूल मियां …

Hindi Poem of Prabhar Machve “  Prem ek paribhasha”,”प्रेम: एक परिभाषा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रेम: एक परिभाषा  Prem ek paribhasha   प्रेम क्या किसी मृदूष्ण स्पर्श का भिखारी? प्रेम वो प्रपात गीत दिवारात गा रहा अशान्त प्रेम आत्म-विस्मृत पर लक्ष्य-च्युत शिकारी । प्रेम …

Hindi Poem of Ibne Insha “Log puchenge”,”लोग पूछेंगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लोग पूछेंगे  Log puchenge लोग पूछेंगे क्यों उदास हो तुम और जो दिल में आए सो कहियो “यूँ ही माहौल की गिरानी है दिन ख़िज़ाँ के ज़रा उदास-से हैं …

Hindi Poem of Ibne Insha “Apne humrah jo aate ho idhar se pahle”,”अपने हमराह जो आते हो इधर से पहले” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपने हमराह जो आते हो इधर से पहले  Apne humrah jo aate ho idhar se pahle अपने हमराह जो आते हो इधर से पहले| दश्त पड़ता है मियां इश्क़ …

Hindi Poem of Prabhar Machve “ Aparamparit”,”अ-परंपरित” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अ-परंपरित  Aparamparit   चंद, तुम भाट थे, तुलसी तुम भक्त भूषण, तुम चारण थे, कबिरा अनासक्त भारतेंदु दानी थे, रईस थे पंत और निराला उन्नीस-बीस थे माखनलाल, गुप्तबंधु राष्ट्र …

Hindi Poem of Ibne Insha “Ek bar kaho tum meri ho”,”इक बार कहो तुम मेरी हो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इक बार कहो तुम मेरी हो  Ek bar kaho tum meri ho हम घूम चुके बस्ती-बन में इक आस का फाँस लिए मन में कोई साजन हो, कोई प्यारा …