Category: Hindi Poems
वो मेरे हक़ के लिये मेरा बुरा करते हैं Vo mere haq ke liye mera bura karte hai अब अंधेरों में उजालों से डरा करते हैं ख़ौफ़, जुगनूँ …
शोभा-यात्रा Shobha Yatra प्रत्यंचित भौंहों के आगे समझौते केवल समझौते। भीतर चुभन सुई की, बाहर सन्धि-पत्र पढ़ती मुस्कानें। जिस पर मेरे हस्ताक्षर हैं, कैसे हैं ईश्वर ही जाने। आंधी …
मुझको इंकार आ गया शायद Mujhko inkar aa gya shayad उनको अब प्यार आ गया शायद मुझको इंकार आ गया शायद एक बेचैन सी ख़मोशी है बक्ते-बीमार आ …
लोग खड़े हैं इंतज़ार में Log khade he intjar me लोग खड़े हैं इंतज़ार में अपनी अपनी बारी के कोई लौटाकर आया है बिल्ले मंसबदारी के घर घर जागे …
बजाहिर खूब सोना चाहता हूँ Bajahir khub sona chahta hu बजाहिर खूब सोना चाहता हूँ हक़ीक़त है कि रोना चाहता हूँ अश्क़ आँखों को नम करते नहीं अब …
सारी रैन जागते बीती Sari ren jagte biti असगुन के उल्कापातों में सारी रैन जागते बीती जो दिन उजले चंदन चर्चित उसके लिए उपस्थिति वर्जित हुईं कोयला स्वर्ण गिन्नियाँ …
ख़्वाब ही था ज़िन्दगी कितनी सहल हो जायेगी Khwab hi tha zindagi kitni sahal ho jayegi ख़्वाब ही था ज़िन्दगी कितनी सहल हो जायेगी तुम जो गाओगे रुबाई …
स्त्रियाँ लाती थीं मीलों दूर से भरकर घड़े Striya lati thi milo door se bharkar ghade खड़े थे कई बच्चे तितर-बितर। नहीं था पानी बिजली नहीं थी। कीचड़ था। …