Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Badh ke baad“ , “बाढ़ के बाद ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बाढ़ के बाद Badh ke baad   असमय मर गए ये एक जवान प्रवासी खेत-मज़दूर का मिट्टी का घर है जो ज़मीन पर पड़ा है छप्पर सम्भालने वाला लकड़ी …

Hindi Poem of Purnima Verman “Ram Bharose“ , “रामभरोसे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रामभरोसे Ram Bharose अमन चैन के भरम पल रहे – रामभरोसे! कैसे-कैसे शहर जल रहे – राम भरोसे! जैसा चाहा बोया-काटा दुनिया को मर्ज़ी से बाँटा उसकी थाली अपना …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “Aaiye“ , “आइए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आइए Aaiye   आपको हम अपना घर दिखाते हैं बड़े-बड़े कमरे देखिए सब आपस में जुड़े हैं आप इधर से भी और उधर से भी आ-जा सकते हैं खिड़कियाँ …

Hindi Poem of Purnima Verman “Khoya Khoya mann“ , “खोया खोया मन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

खोया खोया मन Khoya Khoya mann जीवन की आपाधापी में खोया खोया मन लगता है बड़ा अकेलापन लगता है दौड़ बड़ी है समय बहुत कम हार जीत के सारे …

Hindi Poem of Purnima Verman “Avara din“ , “आवारा दिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आवारा दिन Avara din दिन कितने आवारा थे गली गली और बस्ती बस्ती अपने मन इकतारा थे माटी की खुशबू में पलते एक खुशी से हर दुख छलते बाड़ी, …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “Ghar to bahut sare khali hai“ , “घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं Ghar to bahut sare khali hai   घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं पर वे हिन्दुओं के घर हैं वे मुसलमानों को नहीं …

Hindi Poem of Purnima Verman “Koyaliya boli“ , “कोयलिया बोली” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कोयलिया बोली Koyaliya boli शहर की हवाओं में कैसी आवाज़ें हैं लगता है गाँवों में कोयलिया बोली नीलापन हँसता है तारों में फँसता है गगन की घटाओं में कैसी …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Hamare pas ghar tha“ , “हमारे पास घर था” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हमारे पास घर था Hamare pas ghar tha   हमारे पास घर था मगर वह अपना नहीं था घर हमारे लिए सपना भी नहीं था हमारे पास घर ख़रीदने …