Category: Hindi Poems
खिड़की Khidki बहुत दिनों बाद खिड़की खोली थी साफ-साफ दिखता काँच के उस पार लगता था नयी धूप आएगी फूल खिल जाएँगे नई पत्तियाँ उगेंगी वसंत फिर आएगा धीरे-धीरे …
मगर बजती रही फिर भी कोई झनकार चुटकी में Magar bajti rahi fir bhi koi jhankar chutki me कभी इन्कार चुटकी में, कभी इक़रार चुटकी में कभी सर्दी ,कभी …
एक दीप मेरा Ek Deep Mera दुनिया के मेले में एक दीप मेरा ढेर से धुँधलके में ढूँढ़ता सवेरा वंदन अभिनंदन में खोया उजियारा उत्सव के मंडप में आभिजात्य …
मनके Manke टुकड़े टुकड़े टूट जाएँगे मन के मनके दर्द हरा है ताड़ों पर सीटी देती हैं गर्म हवाएँ जली दूब-सी तलवों में चुभती यात्राएँ पुनर्जन्म ले कर आती …
चोंच में आकाश Chonch me aakash एक पाखी चोंच में आकाश लेकर उड़ रहा है एक राजा प्रेम का इक रूपरानी झूलती सावन की पेंगों-सी कहानी और रिमझिम खोल …
हाइकु Haiku बाँह उठाए खजूर की कतारें हमें पुकारे गर्म हवाएँ खुली सड़क पर बीन बजाएँ। सफलता दे गई चुपके से लक्ष्य का पता Related posts: Hindi Poem of …
अब तो नींद Ab to nind अब तो नींद नहीं आएगी देख सिरहाने याद तुम्हारी हमने तो रिश्ता बोया था प्यार न जाने कब उग आया कब सींचा कब …
नशे में दया Nashe me daya मैं नशे में धुत था आधी रात के सुनसान में एक कविता बोलता जाता था अपनी जान में कुछ मिनट पहले किए थे …