Category: Hindi Poems
अँग्रेज़ी Angreji अंग्रेज़ों ने अंग्रेज़ी पढ़ा कर प्रजा बनाई अंग्रेज़ी पढ़ा कर अब हम प्रजा बना रहे हैं। Related posts: Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Bank me ladkiya“ , …
पानी के संस्मरण Pani ke sansmaran कौंध । दूर घोर वन में मूसलाधार वृष्टि दुपहर: घना ताल: ऊपर झुकी आम की डाल बयार: खिड़की पर खड़े, आ गई फुहार …
अगर कहीं मैं तोता होता Agar kahi me tota hota अगर कहीं मैं तोता होता तोता होता तो क्या होता? तोता होता। होता तो फिर? होता, ‘फिर’ क्या? होता …
दृश्य-1 Drishya-1 घोड़ा बिना सवार के गली में दौड़ता जाता है मुड़ कर देखता है मुझे। Related posts: Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Drishya“ , “दृश्य” Complete Poem for …
औरत की ज़िन्दगी Aurat ki zindagi कई कोठरियाँ थीं कतार में उनमें किसी में एक औरत ले जाई गई थोड़ी देर बाद उसका रोना सुनाई दिया उसी रोने से …
जिसका कोई न हो Jiska koi na ho जिसका कोई न हो उसका ज़रूर एक घर हो घर ही उसका ख़ुदा हो न आए कोई उसके घर न जाए …
प्रतीक्षा Pratiksha दूसरे तीसरे जब इधर से निकलता हूँ देखता हूँ, अरे, इस वर्ष गुलमोहर में अभी तक फूल नहीं आया – इसी तरह आशा करते रहना कितना अच्छा …
वे बेसहारा बेघरों के लिए काम करते हैं Ve Besahara begharo ke liye kam karte hai वे बेसहारा बेघरों के लिए काम करते हैं इसके उन्हें कुछ वाजिब …