Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Basant“ , “बसंत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बसंत Basant पतझर के बिखरे पत्तों पर चल आया मधुमास, बहुत दूर से आया साजन दौड़ा-दौड़ा थकी हुई छोटी-छोटी साँसों की कम्पित पास चली आती हैं ध्वनियाँ आती उड़कर …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Padhiye geet“ , “पढ़िए गीता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पढ़िए गीता Padhiye geet पढ़िए गीता बनिए सीता फिर इन सब में लगा पलीता किसी मूर्ख की हो परिणीता निज घर-बार बसाइए । होंय कँटीली आँखें गीली लकड़ी सीली, …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Unhone beimani se kuch pese kamaye“ , “उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए Unhone beimani se kuch pese kamaye   उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए ज़मीन का एक टुकड़ा ख़रीदा कुछ और बेईमानियाँ की एक …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Yachna“ , “याचना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

याचना Yachna युक्ति के सारे नियंत्रण तोड़ डाले, मुक्ति के कारण नियम सब छोड़ डाले, अब तुम्हारे बंधनों की कामना है| विरह यामिनी में न पल भर नींद आई, …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Seb Bechna“ , “सेब बेचना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सेब बेचना Seb Bechna मैंने कहा डपटकर ये सेब दागी हैं नहीं नहीं साहब जी उसने कहा होता आप निश्चिंत रहें तभी उसे खाँसी का दौरा पड़ गया उसका …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Todo“ , “तोड़ो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तोड़ो Todo तोड़ो तोड़ो तोड़ो ये पत्‍थर ये चट्टानें ये झूठे बंधन टूटें तो धरती का हम जानें सुनते हैं मिट्टी में रस है जिससे उगती दूब है अपने …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Aaj fir shuru hua“ , “आज फिर शुरू हुआ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आज फिर शुरू हुआ Aaj fir shuru hua आज फिर शुरू हुआ जीवन आज मैंने एक छोटी-सी सरल-सी कविता पढ़ी आज मैंने सूरज को डूबते देर तक देखा जी …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Mat puchna“ , “मत पूछना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मत पूछना Mat puchna मत पूछना हर बार मिलने पर कि \”कैसे हैं\” सुनो, क्या सुन नहीं पड़ता तुम्हें संवाद मेरे क्षेम का, लो, मैं समझता था कि तुम …