Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Bada Afsar“ , “बड़ा अफ़सर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बड़ा अफ़सर Bada Afsar इस विषय पर विचार का कोई प्रश्न नहीं निर्णय का प्रश्न नहीं वक्तव्य – अभी नहीं फिर से समीक्षा का प्रश्न नहीं प्रश्न से भागता …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “  Tarah tarah ke hindu“ , “तरह तरह के हिन्दू” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तरह तरह के हिन्दू  Tarah tarah ke hindu   सारे हिन्दू हिन्दू नहीं होते जो हिन्दू नहीं होते वे भी हिन्दू होते हैं क्योंकि वे मुसलमान नहीं होते लंगोट …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Gulami“ , “गुलामी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गुलामी Gulami मनुष्य के कल्याण के लिए पहले उसे इतना भूखा रखो कि वह औऱ कुछ सोच न पाए फिर उसे कहो कि तुम्हारी पहली ज़रूरत रोटी है जिसके …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Bikharana“ , “बिखरना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बिखरना Bikharana कुछ भी रचो सबके विरूद्ध होता है इस दुनिया में जहाँ सब सहमत हैं क्या होते हैं मित्र कौन होते हैं मित्र जो यह ज़रा-सी बात नहीं …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Swikar“ , “स्वीकार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

स्वीकार Swikar तुममें कहीं कुछ है कि तुम्हें उगता सूरज, मेमने, गिलहरियाँ, कभी-कभी का मौसम जंगली फूल-पत्तियाँ, टहनियाँ – भली लगती हैं आओ उस कुछ को हम दोनों प्यार …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Sukavi ki mushkil“ , “सुकवि की मुश्किल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुकवि की मुश्किल Sukavi ki mushkil ये और आया है एक हल्ला, जो बच सकें तो कहो कि बचिए जो बच न पायें तो क्या करूँ मैं, जो बच …

Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Jinhe prem nasib nahi hua“ , “जिन्हें प्रेम नसीब नहीं हुआ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिन्हें प्रेम नसीब नहीं हुआ  Jinhe prem nasib nahi hua   जिन्हें प्रेम नसीब नहीं हुआ उन्हें रसायनशास्त्र से प्रेम नहीं हुआ उनके हाथ लगा रसायनशास्त्र जैसे जीवशास्त्र पढ़ते …

Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Chadhti Stri“ , “चढ़ती स्त्री” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चढ़ती स्त्री Chadhti Stri बच्चा गोद में लिए चलती बस में चढ़ती स्त्री और मुझमें कुछ दूर घिसटता जाता हुआ।   Related posts: Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Film …