Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Tumhare panv ke niche koi jamin nahi“ , “तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं  Tumhare panv ke niche koi jamin nahi   तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “ Meri kuntha  “ , “मेरी कुण्ठा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरी कुण्ठा Meri kuntha     मेरी कुंठा रेशम के कीड़ों सी ताने-बाने बुनती तड़प-तड़पकर बाहर आने को सिर धुनती, स्वर से शब्दों से भावों से औ’ वीणा से …

Hindi Poem of Ramdarash Mishra “Surya dhalta hi nahi“ , “सूर्य ढलता ही नही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सूर्य ढलता ही नही Surya dhalta hi nahi चाहता हूँ, कुछ लिखूँ, पर कुछ निकलता ही नहीं है दोस्त, भीतर आपके कोई विकलता ही नहीं है! आप बैठे हैं …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “ Me jise odhta bichata hu“ , “मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ  Me jise odhta bichata hu   मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ वो ग़ज़ल आपको सुनाता हूँ एक जंगल है तेरी आँखों में मैं जहाँ राह भूल …

Hindi Poem of Ramdarash Mishra “Kal fir subah nayi hogi“ , “कल फिर सुबह नई होगी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कल फिर सुबह नई होगी Kal fir subah nayi hogi दिन को ही हो गई रात-सी, लगता कालजयी होगी कविता बोली- \”मत उदास हो, कल फिर सुबह नई होगी।\” …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Tulna“ , “तुलना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुलना  Tulna   गडरिए कितने सुखी हैं । न वे ऊँचे दावे करते हैं न उनको ले कर एक दूसरे को कोसते या लड़ते-मरते हैं। जबकि जनता की सेवा …

Hindi Poem of Ramdarash Mishra “Ek Neem manjri“ , “एक नीम-मंजरी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक नीम-मंजरी Ek Neem manjri एक नीम-मंजरी मेरे आँगन झरी काँप रहे लोहे के द्वार। आज गगन मेरे घर झुक गया भटका-सा मेघ यहाँ रुक गया रग-रग में थरथरी …