Category: Hindi Poems
घंटियों की आवाज़ कानों तक पहुंचती है Ghantiyo ki awaz kano tak pahuchti hai घंटियों की आवाज़ कानों तक पहुँचती है एक नदी जैसे दहानों तक पहुँचती है …
अच्छा लगा Accha laga आज धरती पर झुका आकाश तो अच्छा लगा सिर किये ऊँचा खड़ी है घास तो अच्छा लगा आज फिर लौटा सलामत राम कोई अवध में …
तीन दोस्त Teen dost सब बियाबान, सुनसान अँधेरी राहों में खंदकों खाइयों में रेगिस्तानों में, चीख कराहों में उजड़ी गलियों में थकी हुई सड़कों में, टूटी बाहों …
आम के पत्ते Aam ke patte वह जवान आदमी बहुत उत्साह के साथ पार्क में आया एक पेड़ की बहुत सारी पत्तियाँ तोड़ीं और जाते हुए मुझसे टकरा गया …
इनसे मिलिए Inse miliye पाँवों से सिर तक जैसे एक जनून बेतरतीबी से बढ़े हुए नाख़ून कुछ टेढ़े-मेढ़े बैंगे दाग़िल पाँव जैसे कोई एटम से उजड़ा गाँव टखने …
प्रवाह Pravah एक महकती हुई लहर साँसों से सट कर हर क्षण निकल-निकल जाती है। एक गुनगुनाता स्वर हर क्षण कानों पर बह-बह जाता है एक अदृश्य रूप सपने …
इस नदी की धार में ठंडी हवा आती तो है Is nadi ki dhar me thandi hava aati to hai इस नदी की धार में ठंडी हवा आती …
मेरे जाने के बाद Mere jane ke baad छोड़ जाऊँगा कुछ कविता, कुछ कहानियाँ, कुछ विचार जिनमें होंगे कुछ प्यार के फूल कुछ तुम्हारे उसके दर्द की कथाएँ कुछ …