Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Holi ki thitholi“ , “होली की ठिठोली” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

होली की ठिठोली  Holi ki thitholi   पत्थर नहीं हैं आप तो पसीजिए हुज़ूर । संपादकी का हक़ तो अदा कीजिए हुज़ूर । अब ज़िंदगी के साथ ज़माना बदल …

Hindi Poem of Ramdarash Mishra “Sahyatra ke saath baras“ , “सहयात्रा के साठ बरस” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सहयात्रा के साठ बरस Sahyatra ke saath baras साथ-साथ चलते जाना कब साठ बरस बीते! एक हाथ में थी कविता, दूजे में थी रोटी हम तानते रहे दोनों की …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Tepa sammelan ke liye gazal“ , “टेपा सम्मेलन के लिए ग़ज़ल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

टेपा सम्मेलन के लिए ग़ज़ल  Tepa sammelan ke liye gazal   याद आता है कि मैं हूँ शंकरन या मंकरन आप रुकिेए फ़ाइलों में देख आता हूँ मैं हैं …

Hindi Poem of Ramesh Goad “Tere Bin“ , “तेरे बिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तेरे बिन Tere Bin जैसे सूखा ताल बचा रहे या कुछ कंकड़ या कुछ काई जैसे धूल भरे मेले में चलने लगे साथ तन्हाई, तेरे बिन मेरे होने का …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Geet ka janam“ , “गीत का जन्म” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गीत का जन्म  Geet ka janam   एक अन्धकार बरसाती रात में बर्फ़ीले दर्रों-सी ठंडी स्थितियों में अनायास दूध की मासूम झलक सा हंसता, किलकारियां भरता एक गीत जन्मा …

Hindi Poem of Virendra Mishra “Rashtrabhasha“ , “राष्ट्रभाषा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

राष्ट्रभाषा Rashtrabhasha स्वागत करती हिंदी सबका, बिखरा कुंकुम रोली धरती-जाई भाषा अपनी, जननी, अपनी बोली हिंदी यही, जय हिंद यही है प्रेम-पुजारिन हिंदी इसके एक नयन में गंगा दूजे …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “ Tune ye harsingar hilakar bura kiya “ , “तूने ये हरसिंगार हिलाकर बुरा किया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तूने ये हरसिंगार हिलाकर बुरा किया Tune ye harsingar hilakar bura kiya     तूने ये हरसिंगार हिलाकर बुरा किया पांवों की सब जमीन को फूलों से ढंक लिया …

Hindi Poem of Virendra Mishra “Pratiksha ki samiksha“ , “प्रतीक्षा की समीक्षा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रतीक्षा की समीक्षा Pratiksha ki samiksha पर जिसको आना था वह नहीं आया – व्यंग्य किए चली गई धूप और छाया। सहन में फिर उतरा पीला-सा हाशिया साधों पर …