Category: Hindi Poems
होली की ठिठोली Holi ki thitholi पत्थर नहीं हैं आप तो पसीजिए हुज़ूर । संपादकी का हक़ तो अदा कीजिए हुज़ूर । अब ज़िंदगी के साथ ज़माना बदल …
सहयात्रा के साठ बरस Sahyatra ke saath baras साथ-साथ चलते जाना कब साठ बरस बीते! एक हाथ में थी कविता, दूजे में थी रोटी हम तानते रहे दोनों की …
टेपा सम्मेलन के लिए ग़ज़ल Tepa sammelan ke liye gazal याद आता है कि मैं हूँ शंकरन या मंकरन आप रुकिेए फ़ाइलों में देख आता हूँ मैं हैं …
तेरे बिन Tere Bin जैसे सूखा ताल बचा रहे या कुछ कंकड़ या कुछ काई जैसे धूल भरे मेले में चलने लगे साथ तन्हाई, तेरे बिन मेरे होने का …
गीत का जन्म Geet ka janam एक अन्धकार बरसाती रात में बर्फ़ीले दर्रों-सी ठंडी स्थितियों में अनायास दूध की मासूम झलक सा हंसता, किलकारियां भरता एक गीत जन्मा …
राष्ट्रभाषा Rashtrabhasha स्वागत करती हिंदी सबका, बिखरा कुंकुम रोली धरती-जाई भाषा अपनी, जननी, अपनी बोली हिंदी यही, जय हिंद यही है प्रेम-पुजारिन हिंदी इसके एक नयन में गंगा दूजे …
तूने ये हरसिंगार हिलाकर बुरा किया Tune ye harsingar hilakar bura kiya तूने ये हरसिंगार हिलाकर बुरा किया पांवों की सब जमीन को फूलों से ढंक लिया …
प्रतीक्षा की समीक्षा Pratiksha ki samiksha पर जिसको आना था वह नहीं आया – व्यंग्य किए चली गई धूप और छाया। सहन में फिर उतरा पीला-सा हाशिया साधों पर …