Category: Hindi Poems
स्मृति बच्चों की Smriti bacho ki अब टूट चुके हैं शीशे उन दरवाजों के जो मन के रंग महल के दृढ जड़ प्रहरी हैं जिनको केवल हिलना डुलना ही …
कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर के लिये Kaha to tay tha charaga har ek ghar ke liye कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर …
आंगन हम Angan hum फूल गिराते होंगे, हिला स्वप्न डाली होगे तुम ग्रह-ग्रह के रत्न, अंशुमाली आंगन हैं हम कि जहाँ रोशनी नहीं है रासों की रात ओढ़ पीताम्बर …
कौन यहाँ आया था Kaun yaha aaya tha कौन यहाँ आया था कौन दिया बाल गया सूनी घर-देहरी में ज्योति-सी उजाल गया पूजा की बेदी पर गंगाजल भरा …
आस्था का दिशा-संकेत Astha ka disha sanket आँख क्या कह रही है, सुनो- अश्रु को एक दर्पण न दो। और चाहे मुझे दान दो एक टूटा हुआ मन न …
सूचना Suchna कल माँ ने यह कहा –- कि उसकी शादी तय हो गई कहीं पर, मैं मुसकाया वहाँ मौन रो दिया किन्तु कमरे में आकर जैसे दो …
दे दे इस साहसी अकेले को De de is sahsi akele ko दे दे रे दे दे इस साहसी अकेले को एक बूंद। ओ सन्ध्या ओ फ़कीर चिड़िया ओ …
प्रेरणा के नाम Prerna ke naam तुम्हें याद होगा प्रिय जब तुमने आँख का इशारा किया था तब मैंने हवाओं की बागडोर मोड़ी थीं, ख़ाक में मिलाया था …