Category: Hindi Poems
प्रार्थना : गुरु कबीरदास के लिए Prarthna ; Guru Kabirdas ke liye परम गुरु दो तो ऐसी विनम्रता दो कि अंतहीन सहानुभूति की वाणी बोल सकूँ और यह अंतहीन …
कोयल और बच्चा Koyal aur bacha सन्तो ऎसा मैंने एक अजूबा देखा आज कहीं कोयल बोली मौसम में पहली बार और उसके साथ ही, पिछवाड़े, किसी बच्चे ने उसकी …
आभार Abhar जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला उस उस राही को धन्यवाद। जीवन अस्थिर अनजाने ही हो जाता पथ पर मेल कहीं सीमित पग-डग, लम्बी मंज़िल तय …
अकेले पेड़ों का तूफ़ान Akele pedo ka toofan फिर तेजी से तूफ़ान का झोंका आया और सड़क के किनारे खड़े सिर्फ एक पेड़ को हिला गया शेष पेड़ गुमसुम …
मैं बढ़ा ही जा रहा हूँ Me badha hi ja raha hu चल रहा हूँ, क्योंकि चलने से थकावट दूर होती, जल रहा हूँ क्योंकि जलने से तमिस्त्रा …
विवशता Vivashta मैं नहीं आया तुम्हारे द्वार पथ ही मुड़ गया था। गति मिली, मैं चल पड़ा, पथ पर कहीं रुकना मना था राह अनदेखी, अजाना देश संगी …
बहस के बाद Bahas ke baad असली सवाल है कि मुख्यमन्त्री कौन होगा? नहीं नहीं, असली सवाल है कि ठाकुरों को इस बार कितने टिकट मिले? नहीं नहीं, असली …
सूनी साँझ Suni Sanjh साँझ अकेली, साथ नहीं हो तुम। पेड खडे फैलाए बाँहें लौट रहे घर को चरवाहे यह गोधुली, साथ नहीं हो तुम, बहुत दिनों में …