Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Shiv Mangal Singh Suman “ Sahamte Swar 5“ , “सहमते स्वर-5” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सहमते स्वर-5 Sahamte Swar 5   चला आया अपनी ही नज़रों में गिरने से बच गया। नए माहौल में भटकना भला लगता है सुविधा का भरण क्षण तो सड़ा-गला …

Hindi Poem of Shiv Mangal Singh Suman “  Sahamte Swar 4“ , “सहमते स्वर-4” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सहमते स्वर-4  Sahamte Swar 4   किसी के द्वार बिना मनुहार अथवा समय की पुकार के अनमांगा दण्डकारण्य भी फलता है लंका का स्वर्ण सिर्फ़ जलता है- जलता है! …

Hindi Poem of Vidyavati Kokila “Mujhko teri asti choo gai“ , “मुझको तेरी अस्ति छू गई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुझको तेरी अस्ति छू गई Mujhko teri asti choo gai मुझको तेरी अस्ति छू गई है अब न भार से विथकित होती हूँ अब न ताप से विगलित होती …

Hindi Poem of Udaybhanu Hans “Sahamte Swar 3“ , “सहमते स्वर-3” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सहमते स्वर-3  Sahamte Swar 3   उतनी ही बड़ी सिद्धि जितनी जग जाती एक कविता लिख लेने में। विगत अड़तालीस वर्षों से तुमने मुझे ऐसा निकम्मा बना दिया कि …

Hindi Poem of Udaybhanu Hans “Man me sapne“ , “मन में सपने” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मन में सपने Man me sapne हम कभी चाँद पर नहीं होते सिर्फ़ जंगल में ढूँढ़ते क्यों हो भेड़िए अब किधर नहीं होते कब की दुनिया मसान बन जाती …

Hindi Poem of Udaybhanu Hans “Mat jiyo siraf apni khushi ke liye“ , “मत जियो सिर्फ अपनी खुशी के लिए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मत जियो सिर्फ अपनी खुशी के लिए Mat jiyo siraf apni khushi ke liye कोई सपना बुनो ज़िंदगी के लिए। पोंछ लो दीन दुखियों के आँसू अगर, कुछ नहीं …

Hindi Poem of Shiv Mangal Singh Suman “  Sahamte Swar 1“ , “सहमते स्वर-1” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सहमते स्वर-1  Sahamte Swar 1   मालवा में जा बसा लखनऊ लौटा तो नए नखत टँके दिखे वक़्त के गरेबाँ में। अनायास याद आई बूढ़ी जीवन संगिनी की जिसका …

Hindi Poem of Udaybhanu Hans “Bethe ho jab vo paas“ , “बैठे हों जब वो पास” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बैठे हों जब वो पास Bethe ho jab vo paas फिर भी हो दिल उदास, ख़ुदा ख़ैर करे। मैं दुश्मनों से बच तो गया हूँ, लेकिन हैं दोस्त आस-पास, …