Category: Hindi Poems
किस को पार उतारा तुम ने किस को पार उतारोगे Kis ko par utara tum ne kis ko par utaroge किस को पार उतारा तुम ने किस को पार …
ख़्वाब में तो यहीं कहीं देखा Khwab me to yahi kahi dekha ख़्वाब में यहीं कहीं देखा वैसे, कब से तुम्हें नहीं देखा। था न मुमकिन जहाँ कोई …
ये बातें झूठी बातें हैं Ye bate jhuthi bate he ये बातें झूठी बातें हैं, ये लोगों ने फैलाई हैं तुम इंशा जी का नाम न लो, क्या इंशा …
रातें विमुख दिवस बेगाने Rate vimukh divas begane रातें विमुख दिवस बेगाने समय हमारा, हमें न माने! लिखें अगर बारिश में पानी पढ़ें बाढ़ की करूण कहानी पहले …
और तो कोई बस न चलेगा हिज्र के दर्द के मारों का Aur to koi bas na chalega hij ke dard ke maro ka और तो कोई बस न …
शाम के साहिल से उठकर चल दिए Sham ke sahil se uthkar chal diye शाम के साहिल से उठकर चल दिए दिन समेटा, रात के घर चल दिए। …
रे मन समझ Re man samajh रे मन, समझ मौज़ूद सच! इस आन्तरिक भूचाल में रस-गंध की मत बात कर झरते हुए दिक्काल में । उद्दीपनों की बाढ़ …
एक छोटा सा लड़का था मैं जिन दिनों Ek chota sa ladka tha me jin dino एक छोटा सा लड़का था मैं जिन दिनों एक मेले में पहुंचा हुमकता …