Category: Hindi Poems
उड़ि गुलाल घूँघर भई Udi gulal ghunghar bhai उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह्यो लाल बितान। चौरी चारु निकुंजनमें ब्याह फाग सुखदान॥ फूलनके सिर सेहरा, फाग रंग रँगे …
सब का अपना आकाश Sab ka apna prakash हुआ सब का अपना आकाश ढ़ली दुपहर, हो गया अनूप धूप का सोने का सा रूप पेड़ की डालों पर कुछ …
उनका हो जाता हूँ Unka ho jata hu तभी हँस देता हूँ देखने वालों की आँखें उस हालत में देखा ही करती हैं आँसू नहीं लाती हैं और जब …
मैं अपनौ मनभावन लीनों Me apno mabhavan lino मैं अपनौ मनभावन लीनों॥ इन लोगनको कहा कीनों मन दै मोल लियो री सजनी। रत्न अमोलक नंददुलारो नवल लाल …
लहरों में साथ रहे कोई Laharo me saath rahe koi अपरिचय के सागर में दृष्टि को पकड़ कर कुछ बात कहे कोई । लहरें ये लहरें वे इनमें ठहराव …
एक लहर फैली अनन्त की Ek Lahar feli anant ki कभी आँख ने समझी कभी कान ने पाई कभी रोम-रोम से प्राणों में भर आई और है कहानी दिगन्त …
हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ Ho jhalo de che rasiya nagar pna हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ। साराँ देखे लाज मराँ छाँ आवाँ किण …
भीख मांगते उसी त्रिलोचन को देखा कल Bheekh mangte usi trilochan ko dekha kal जिस को समझा था है तो है यह फ़ौलादी ठेस-सी लगी मुझे, क्योंकि यह मन …