Category: Hindi Poems
वसंत Vasant नव वसंत खिला जब भाग्य सा, भुवन में तब जीवन आ गया, गगन ने उस को अपनाव से, अतुल गौरव से, अपना किया । Related posts: Hindi …
मेरा नाम लिया जाएगा Mera naam liya jayega आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा जहाँ प्रेम का चर्चा होगा, मेरा नाम लिया जाएगा मान-पत्र मैं नहीं …
धनिकों के तो धन हैं लाखों Dhaniko ke to dhan hai lakho धनिकों के तो धन हैं लाखों मुझ निर्धन के धन बस तुम हो! कोई पहने माणिक …
बेटी की किलकारी Beti ki Kilkari कन्या भ्रूण अगर मारोगे मां दुरगा का शाप लगेगा। बेटी की किलकारी के बिन आंगन-आंगन नहीं रहेगा। जिस घर बेटी जन्म न लेती …
हाइकु Haiku जन्म मरण समय की गति के हैं दो चरण वो हैं अकेले दूर खडे होकर देखें जो मेले मेरी जवानी कटे हुये पंखों की एक निशानी …
जितना कम सामान रहेगा Jitna kam saman rahega जितना कम सामान रहेगा उतना सफ़र आसान रहेगा जितनी भारी गठरी होगी उतना तू हैरान रहेगा उससे मिलना नामुमक़िन है …
मेरा वेतन Mera Vetan मेरा वेतन ऐसे रानी जैसे गरम तवे पे पानी एक कसैली कैंटीन से थकन उदासी का नाता है वेतन के दिन सा ही निश्चित पहला …
प्रथम प्यार के चुम्बन की तरह Pratham pyar ke chumban ki tarah जब चले जाएंगे लौट के सावन की तरह , याद आएंगे प्रथम प्यार के चुम्बन …