Category: Hindi Poems
जा दिनतें निरख्यौ नँद-नंदन Ja dinte nirkhyo nand nandan बैन वही उनकौ गुन गाइ, औ कान वही उन बैन सों सानी। हाथ वही उन गात सरैं, अरु पाइ …
प्रान वही जु रहैं रिझि वापर Pran vahi ju rahe rijhi vapar प्रान वही जु रहैं रिझि वापर, रूप वही जिहिं वाहि रिझायो। सीस वही जिहिं वे परसे …
मानुस हौं तो वही – 1 Manus ho to vahi – 1 कर कानन कुंडल मोरपखा उर पै बनमाल बिराजती है मुरली कर में अधरा मुस्कानी तरंग महाछबि …
गाई दहाई न या पे कहूँ Gai dahai nay a pe kahu गाई दहाई न या पे कहूँ, नकहूँ यह मेरी गरी, निकस्थौ है। धीर समीर कालिंदी के …
खेलत फाग सुहाग भरी Khelat Phag suhag bhari खेलत फाग सुहाग भरी, अनुरागहिं लालन क धरि कै । भारत कुंकुम, केसर की पिचकारिन में रंग को भरि कै …
मोहन हो-हो, हो-हो होरी Mohan ho-ho-ho-ho hori मोहन हो-हो, हो-हो होरी । काल्ह हमारे आँगन गारी दै आयौ, सो को री ॥ अब क्यों दुर बैठे जसुदा ढिंग, …
नैन लख्यो जब कुंजन तैं Nain lakhyo jab kunjan te नैन लख्यो जब कुंजन तैं, बनि कै निकस्यो मटक्यो री। सोहत कैसे हरा टटकौ, सिर तैसो किरीट लसै …
सोहत है चँदवा सिर मोर को Sohat hai chandva sir mor ko सोहत है चँदवा सिर मोर को, तैसिय सुन्दर पाग कसी है। तैसिय गोरज भाल विराजत, तैसी …