Category: Hindi Poems
आवत लाल गुलाल लिए मग Aavat lal gula liye mag आवत लाल गुलाल लिए मग सुने मिली इक नार नवीनी। त्यों रसखानि जगाइ हिये यटू मोज कियो मन माहि …
लाडली लाल लर्तृ लखिसै अलि Ladli lal lritra Lakhise ali लाडली लाल लर्तृ लखिसै अलि, पुन्जनि कुन्जनी में छवि गाढ़ी। उपजी ज्यौं बिजुरी सो जुरी चहुँ, गूजरी केलिकलासम …
दानी नए भए माँबन दान सुनै Dani naye bhye Maban dan sune दानी नए भए माँबन दान सुनै गुपै कंस तो बांधे नगैहो रोकत हीं बन में रसखानि …
आज भटू मुरली बट के तट Aaj bhatu murli bat ke tat आज भटू मुरली बट के तट के नंद के साँवरे रास रच्योरी। नैननि सैननि बैननि सो नहिं …
अधर लगाइ रस प्याइ बाँसुरी बजाई Udhar Lagai ras pyas bansuri bajai अधर लगाइ रस प्याइ बाँसुरी बजाई मेरो नाम गाइ हाइ जादू कियो मन में। नटखट नवल …
मारग प्रेम को को समझै Marag prem ko ko samjhe मारग प्रेम को को समझै ‘हरिचंद’ यथारथ होत यथा है। लाभ कछू न पुकारन में बदनाम ही …
रोकहिं जौं तो अमंगल होय Rokahi jo to amangal hoye रोकहिं जौं तो अमंगल होय, औ प्रेम नसै जै कहैं पिय जाइए। जौं कहैं जाहु न तौ प्रभुता, जौ …
जगत में घर की फूट बुरी Jagat me ghar ki foot buri जगत में घर की फूट बुरी। घर की फूटहिं सो बिनसाई, सुवरन लंकपुरी। फूटहिं सो सब …