Category: Hindi Poems
मोती मूँगे उतार बनमाला पोई Moti munge utar banmala poi मोती मूँगे उतार बनमाला पोई॥ अंसुवन जल सींचि सींचि प्रेम बेलि बोई। अब तो बेल फैल गई आणँद फल …
नैना निपट बंकट छबि अटके Nena nipat bankat chabi atke नैना निपट बंकट छबि अटके। देखत रूप मदनमोहन को, पियत पियूख न मटके। बारिज भवाँ अलक टेढी मनौ, अति …
हरि तुम हरो जन की भीर Hari tum haro jan ki bhir हरि तुम हरो जन की भीर। द्रोपदी की लाज राखी, तुम बढायो चीर॥ भक्त कारण रूप नरहरि, …
नहिं भावै थांरो देसड़लो जी रंगरूड़ो Nahi bhave tharo desdalo ji ranrudo नहिं भावै थांरो देसड़लो जी रंगरूड़ो॥ थांरा देसा में राणा साध नहीं छै, लोग बसे सब कूड़ो। …
जिहि फन फुत्कार उड़त पहार भार Jihi fan futkar udta pahar bhar जिहि फन फुत्कार उड़त पहाड़ भार, कूरम कठिन जनु कमल बिदगिलो. विवजल ज्वालामुखी लवलीन होत जिन, झारन …
दारा की न दौर यह,रार नहीं खजुबे की Dara kin na dor yah, rar nahi khajube ki दारा की न दौर यह, रार नहीं खजुबे की, बाँधिबो नहीं है …
सबन के ऊपर ही ठाढ़ो रहिबे के जोग Saban ke upar hi thadho rahibe ke jago सबन के ऊपर ही ठाढ़ो रहिबे के जोग, ताहि खरो कियो जाय जारन …
दाढ़ी के रखैयन की दाढ़ी सी रहत छाती Dadhi ke rakheyan ki dadhi si rahat chati दाढ़ी के रखैयन की दाढ़ी सी रहत छाती बाढ़ी मरजाद जसहद्द हिंदुवाने की …