Category: Hindi Poems
इंद्र निज हेरत फिरत गज इंद्र अरु Indra nij heart firta gaj indra aru इंद्र निज हेरत फिरत गज इंद्र अरु, इंद्र को अनुज हेरै दुगध नदीश कौं. भूषण …
बाने फहराने घहराने घंटा गजन के Bane fahrane gharane ghanta gajan ke बाने फहराने घहराने घंटा गजन के, नाहीं ठहराने राव राने देस-देस के. नग भहराने ग्राम नगर पराने …
साजि चतुरंग सैन अंग में उमंग धार Saji Cturang sena ang me umang dhar साजि चतुरंग सैन अंग में उमंग धरि सरजा सिवाजी जंग जीतन चलत है भूषण भनत …
ब्रह्म के आनन तें निकसे Braham ke Anant te nikse ब्रह्म के आनन तें निकसे अत्यंत पुनीत तिहूँ पुर मानी . राम युधिष्ठिर के बरने बलमीकहु व्यास के अंग …
जन्मभूमि Janambhumi सुरसरि सी सरि है कहाँ मेरु सुमेर समान। जन्मभूमि सी भू नहीं भूमण्डल में आन।। प्रतिदिन पूजें भाव से चढ़ा भक्ति के फूल। नहीं जन्म भर हम …
सरिता Sarita किसे खोजने निकल पड़ी हो। जाती हो तुम कहाँ चली। ढली रंगतों में हो किसकी। तुम्हें छल गया कौन छली।।1।। क्यों दिन–रात अधीर बनी–सी। पड़ी धरा पर …
संध्या Sandhya दिवस का अवसान समीप था गगन था कुछ लोहित हो चला तरू–शिखा पर थी अब राजती कमलिनी–कुल–वल्लभ की प्रभा विपिन बीच विहंगम–वृंद का कल–निनाद विवधिर्त था …
बादल Badal सखी! बादल थे नभ में छाये बदला था रंग समय का थी प्रकृति भरी करूणा में कर उपचय मेघ निश्चय का।। वे विविध रूप धारण कर नभ–तल …