Category: Hindi Poems
फ़क़ीर बन कर तुम उनके दर पर हज़ार धुनि रमा के बैठो Fakeer ban kar tum unke dar par hazar dhuni rma ke betho फ़क़ीर बन कर तुम उनके …
यात्रा के बाद भी Yatra ke baad bhi यात्रा के बाद भी पथ साथ रहते हैं। हमारे साथ रहते हैं। खेत खम्भे-तार सहसा टूट जाते हैं, हमारे साथ …
सुनते हैं फिर छुप छुप उन के घर में आते जाते हो Sunte he fir chup chup un ke ghar me aate jate ho सुनते हैं फिर छुप छुप …
घर नियराया Ghar niyraya जैसे-जैसे घर नियराया। बाहर बापू बैठे दीखे लिए उम्र की बोझिल घड़ियाँ। भीतर अम्माँ रोटी करतीं लेकिन जलती नहीं लकड़ियाँ। कैसा है यह दृश्य …
उस शाम वो रूख़्सत का समाँ याद रहेगा Us sham vo sukhsat ka sama yaad rahega उस शाम वो रूख़्सत का समाँ याद रहेगा वो शहर वो कूचा वो …
शाम-ए-ग़म की सहर नहीं होती Sham ek gam ki sahar nahi hoti शाम-ए-ग़म की सहर नहीं होती या हमीं को ख़बर नहीं होती हम ने सब दुख जहाँ के …
दिल हिज्र के दर्द से बोझल है अब आन मिलो तो बेहतर हो Dil hiz ke dard se bojhal he ab aan milo to behtar ho दिल हिज्र के …
डूब गया दिन Doob gya din डूब गया दिन जब तक पहुँचे तेरे द्वारे। एक धुँधलका छाया ओर-पास धूप गाँव-बाहर की छूट गई, छप्पर-बैठक सब बिल्कुल उदास पगडंडी …