Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Fir to , “फिर तो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

फिर तो – अशोक चक्रधर Fir to -Ashok Chakradhar   आख़िर कब तक इश्क इकतरफ़ा करते रहोगे, उसने तुम्हारे दिल को चोट पहुँचाई तो क्या करोगे? -ऐसा हुआ तो …

Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Sikke ki Aukat , “सिक्के की औक़ात” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सिक्के की औक़ात – अशोक चक्रधर Sikke ki Aukat -Ashok Chakradhar   एक बार बरखुरदार! एक रुपए के सिक्के, और पाँच पैसे के सिक्के में, लड़ाई हो गई, पर्स …

Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Gunah Karenge, “गुनह करेंगे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

गुनह करेंगे – अशोक चक्रधर Gunah Karenge -Ashok Chakradhar   हम तो करेंगे गुनह करेंगे पुनह करेंगे। वजह नहीं बेवजह करेंगे। कल से ही लो कलह करेंगे। जज़्बातों को …

Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Kamna, “कामना ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कामना – अशोक चक्रधर Kamna -Ashok Chakradhar   सुदूर कामना सारी ऊर्जाएं सारी क्षमताएं खोने पर, यानि कि बहुत बहुत बहुत बूढ़ा होने पर, एक दिन चाहूंगा कि तू …

Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Sasur ji Uvach, “ससुर जी उवाच ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

ससुर जी उवाच – अशोक चक्रधर Sasur ji Uvach -Ashok Chakradhar   डरते झिझकते सहमते सकुचाते हम अपने होने वाले ससुर जी के पास आए, बहुत कुछ कहना चाहते …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Aadmi ka aakash, “आदमी का आकाश ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

आदमी का आकाश – रामावतार त्यागी Aadmi ka aakash -Ramavtar Tyagi   भूमि के विस्तार में बेशक कमी आई नहीं है आदमी का आजकल आकाश छोटा हो गया है। …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Mein dilli hu , “मैं दिल्ली हूँ ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मैं दिल्ली हूँ – रामावतार त्यागी Mein dilli hu -Ramavtar Tyagi   मैं दिल्ली हूँ मैंने कितनी, रंगीन बहारें देखी हैं। अपने आँगन में सपनों की, हर ओर कितारें …