Category: Hindi Poems
सबसे अधिक तुम्हीं रोओगे – रामावतार त्यागी Sabse Adhik Tumhi Rovoge -Ramavtar Tyagi आने पर मेरे बिजली-सी कौंधी सिर्फ तुम्हारे दृग में लगता है जाने पर मेरे सबसे अधिक …
और भी दूँ – रामावतार त्यागी Aur bhi dunga -Ramavtar Tyagi मन समर्पित, तन समर्पित, और यह जीवन समर्पित। चाहता हूँ देश की धरती, तुझे कुछ और भी …
कलाकार का गीत – रामावतार त्यागी Kalakar ka geet -Ramavtar Tyagi इस सदन में मैं अकेला ही दिया हूं मत बुझाओ! जब मिलेगी रोशनी मुझसे मिलेगी! पांव तो …
ज़िंदगी और बता तेरा इरादा क्या है – रामावतार त्यागी Zindagi Aur bata tera irada kya hai -Ramavtar Tyagi ज़िंदगी और बता तेरा इरादा क्या है इक हसरत …
एक भी आँसू न कर बेकार – रामावतार त्यागी Ek bhi aansu na kar bekar -Ramavtar Tyagi एक भी आँसू न कर बेकार जाने कब समंदर माँगने आ …
प्रश्न किया है मेरे मन के मीत ने – रामावतार त्यागी Prashan kiya hai mere man ke meet ne -Ramavtar Tyagi प्रश्न किया है मेरे मन के मीत …
सावधान, जन-नायक – बालकृष्ण राव Savdhan, jan-nayak – Balkrishan Rao सावधान, जन-नायक सावधान। यह स्तुति का साँप तुम्हे डस न ले। बचो इन बढ़ी हुई बांहों से धृतराष्ट्र …
कौन जाने? – बालकृष्ण राव Kaun nane – Balkrishan Rao झुक रही है भूमि बाईं ओर, फ़िर भी कौन जाने? नियति की आँखें बचाकर, आज धारा दाहिने बह …