Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Agnishekhar “Smriti Lop , “स्मृति लोप ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

स्मृति लोप -अग्निशेखर Smriti Lop -Agnishekhar   तरह-तरह से आ रही थी मृत्यु ख़त्म हो रही थीं चीज़ें गायब हो रही थीं स्मृतियाँ पेड़ों से झर रहे थे नदी …

Hindi Poem of Agnishekhar “Satyagrahi ped , “सत्याग्रही पेड़ ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सत्याग्रही पेड़ -अग्निशेखर Satyagrahi ped -Agnishekhar   कभी जमा होते थे कांकेर की खंडी नदी के किनारे तुम्हारी छाँव में स्वतन्त्रता सेनानी तुम उनका पसीना पोंछते योजनाएँ सुनते हौंसला …

Hindi Poem of Agnishekhar “Ken par bhinsar , “केन पर भिनसार ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

केन पर भिनसार -अग्निशेखर Ken par bhinsar -Agnishekhar   बीच पुल पर खड़ा मैं अवाक‌ ओस भीगी नीरवता में बांदा के आकाश का चन्द्रमा हो रहा विदा केन तट …

Hindi Poem of Agnishekhar “Kavi Aur Khajuraho , “कवि और खजुराहो” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कवि और खजुराहो -अग्निशेखर Kavi Aur Khajuraho -Agnishekhar   लहकती सरसों और आम्र-मंजरियों से होकर हमने मोटरबाईक पर दौड़ते छोड़ दिए पीछे गाय-बकरियों को चराते लोग खेत काटतीं पसीना …

Hindi Poem of Agnishekhar “Kangadi , “कांगड़ी ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कांगड़ी -अग्निशेखर Kangadi -Agnishekhar   जाड़ा आते ही वह उपेक्षिता पत्नी सी याद आती है अरसे के बाद हम घर के कबाड़ से उसे मुस्कान के साथ निकाल लाते …

Hindi Poem of Akhilesh Tiwari “Udas kitne the, “उदास कितने थे–गजल ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

उदास कितने थे–गजल -अखिलेश तिवारी Udas kitne the -Akhilesh Tiwari   हम उन सवालों को लेकर उदास कितने थे जवाब जिनके यहीं आसपास कितने थे मिली तो आज किसी …

Hindi Poem of Akhilesh Tiwari “Waqt kar de na payemal mujhe, “वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे -अखिलेश तिवारी Waqt kar de na payemal mujhe -Akhilesh Tiwari   वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे अब किसी शक्ल में तो ढाल …

Hindi Poem of Akhilesh Tiwari “Mulahija ho meri bhi udan, pinjre mein, “मुलाहिज़ा हो मेरी भी उड़ान, पिंजरे में ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मुलाहिज़ा हो मेरी भी उड़ान, पिंजरे में -अखिलेश तिवारी Mulahija ho meri bhi udan, pinjre mein -Akhilesh Tiwari   मुलाहिज़ा हो मेरी भी उड़ान, पिंजरे में अता हुए हैं …