Category: Hindi Poems
सब को दिल के दाग़ दिखाए एक तुझी को दिखा न सके Sab ko dil ke daag dikhaye ek tujhi ko dikha na sake सब को दिल के दाग़ …
इस क्षण Is Shan इस क्षण यहाँ शान्त है जल। पेड़ गड़े हैं, घास जड़ी। हवा सामने के खँडहर में मरी पड़ी। नहीं कहीं कोई हलचल। याद तुम्हारी, …
‘इंशा’ जी उठो अब कूच करो इस शहर में जी को लगाना क्या Insha ji utho ab kuch karo is shahar me ji ko lagana kya ‘इंशा’ जी उठो …
यहाँ से भी चलें Yaha se bhi chale चलें, अब तो यहाँ से भी चलें। उठ गए हिलते हुए रंगीन कपड़े सूखते। (अपाहिज हैं छत-मुँडेरे) एक स्लेटी सशंकित …
राज़ कहाँ तक राज़ रहेगा मंज़र-ए-आम पे आएगा Raaz kaha tak raaz rahega manzar e aam pe ayega राज़ कहाँ तक राज़ रहेगा मंज़र-ए-आम पे आएगा जी का दाग़ …
भूल जाओ वामन Bhul jao vaman नहीं काट सकते अतल में धँसी मेरी जड़ों को तुम्हारी नैतिकता के जंग लगे भोथरे हथियार मत आँको मेरा मूल्य धरती आकाश …
एक पैगाम आकाश के नाम Ek Pegam aakash ke naam आकाश! कब तक ओढ़ोगे परंपरा की पुरानी चादर, ढोते रहोगे व्यापक होने का झूठा दंभ, तुम्हारा उद्देश्यहीन विस्तार …
देख हमारी दीद के कारण कैसा क़ाबिल-ए-दीद हुआ Dekh hamari deed ke karan kesa kabil e deed hua देख हमारी दीद के कारण कैसा क़ाबिल-ए-दीद हुआ एक सितारा बैठे …