Category: Hindi Poems
लूँ वाम बख़्त-ए-ख़ुफ़्ता से यक-ख़्वाब-ए-खुश वले – ग़ालिब Lu vaam bakhat-e-khufta se yak-khawab-e-khush vale -Ghalib लूँ वाम बख़्त-ए-ख़ुफ़्ता से यक-ख़्वाब-ए-खुश वले ग़ालिब ये ख़ौफ़ है कि कहाँ से …
रहा गर कोई ता क़यामत सलामत – ग़ालिब Raha gar koi ta kayamt salamat -Ghalib रहा गर कोई ता क़यामत सलामत फिर इक रोज़ मरना है हज़रत सलामत …
रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है – ग़ालिब Raftaar-e-umarr katt-e-rah-e-ijtirab hai -Ghalib रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है इस साल के हिसाब को बर्क़ आफ़्ताब है मीना-ए-मय है सर्व नशात-ए-बहार से बाल-ए-तदरव जल्वा-ए-मौज-ए-शराब है …
मुझ को दयार-ए-ग़ैर में मारा वतन से दूर – ग़ालिब Mujh ko Dayar-e-Gher mein mara vatan se door -Ghalib मुझ को दयार-ए-ग़ैर में मारा वतन से दूर रख …
मुँद गईं खोलते ही खोलते आँखें ‘ग़ालिब’ – ग़ालिब mund gai kholte hi kholte aankhe ‘Ghalib’ -Ghalib मुँद गईं खोलते ही खोलते आँखें ग़ालिब यार लाए मिरी बालीं …
मस्ती ब-ज़ौक़-ए-ग़फ़लत-ए-साक़ी हलाक है – ग़ालिब masti b-zok-e-ghaflat-e-saakki halak hai -Ghalib मस्ती ब-ज़ौक़-ए-ग़फ़लत-ए-साक़ी हलाक है मौज-ए-शराब यक-मिज़ा-ए-ख़्वाब-नाक है जुज़ ज़ख्म-ए-तेग़-ए-नाज़ नहीं दिल में आरज़ू जेब-ए-ख़याल भी तिरे हाथों से …
बीम-ए-रक़ीब से नहीं करते विदा-ए-होश – ग़ालिब Bim-e-rakeeb se nahin karte vida-e-hosh -Ghalib बीम-ए-रक़ीब से नहीं करते विदा-ए-होश मजबूर याँ तलक हुए ऐ इख़्तियार हैफ़ जलता है दिल कि …
बर्शकाल-ए-गिर्या-ए-आशिक़ है देखा चाहिए – ग़ालिब barshkal-e-girya-aashiq hai dekha chahiye -Ghalib बर्शकाल-ए-गिर्या-ए-आशिक़ है देखा चाहिए खिल गई मानिंद-ए-गुल सौ जा से दीवार-ए-चमन उल्फ़त-ए-गुल से ग़लत है दावा-ए-वारस्तगी सर्व …