Category: Hindi Poems
दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना – ग़ालिब dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna -Ghalib दिल लगा कर लग गया उन …
तुम अपने शिकवे की बातें न खोद खोद के पूछो – ग़ालिब Tum apne shikve ki bate na khod khod ke pucho -Ghalib तुम अपने शिकवे की बातें न …
ता हम को शिकायत की भी बाक़ी न रहे जा – ग़ालिब Ta hum ko shikayat ki bhi baki na rahe ja -Ghalib ता हम को शिकायत की भी …
तपिश से मेरी वक़्फ़-ए-कशमकश हर तार-ए-बिस्तर है – ग़ालिब Tapish se mere waqt-e-kashmakash har taar-e-bister hai -Ghalib तपिश से मेरी वक़्फ़-ए-कशमकश हर तार-ए-बिस्तर है मिरा सर रंज-ए-बालीं है मिरा …
जुनूँ की दस्त-गीरी किस से हो गर हो न उर्यानी – ग़ालिब Junu ki dast-giri kis se ho gar ho na uryani -Ghalib जुनूँ की दस्त-गीरी किस से हो …
जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ – ग़ालिब jada-e-rah Khur ko waqt-e-sham hai taar-e-shua -Ghalib जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ चर्ख़ वा करता है माह-ए-नौ से आग़ोश-ए-विदा …
ज़िंदगी अपनी जब इस शक्ल से गुज़री ‘ग़ालिब’ – ग़ालिब Zindagi apni jab is shakal se guzari ‘Ghalib’ -Ghalib ज़िंदगी अपनी जब इस शक्ल से गुज़री हम भी …
ज़माना सख़्त कम-आज़ार है ब-जान-ए-असद – ग़ालिब Zamana sakhat kam-Aazar hai ba-Jan-e-asad -Ghalib ज़माना सख़्त कम-आज़ार है ब-जान-ए-असद वगरना हम तो तवक़्क़ो ज़्यादा रखते हैं तन-ए-ब-बंद-ए-हवस दर नदादा रखते …