Category: Hindi Poems
फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया – ग़ालिब Fir Mujhe Dida-E-Rar yaad aaya -Ghalib फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया दिल जिगर तश्ना-ए-फ़रियाद आया दम लिया था न क़यामत ने …
आ कि मेरी जान को क़रार नहीं है – ग़ालिब Aa ki meri jaan ko karar nahi hai -Ghalib आ कि मेरी जान को क़रार नहीं है ताक़ते-बेदादे-इन्तज़ार …
हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है – ग़ालिब Har ek baat pe kahte ho tum ki tu kya hai -Ghalib हर एक बात …
तुम न आए तो क्या सहर न हुई – ग़ालिब Tum na aaye to kya shar na hui -Ghalib तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ …
शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया – ग़ालिब Shumar-E subah Magub-E But-E-Musqil pasand aaya -Ghalib शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया तमाशा-ए बयक-कफ़ बुरदन-ए सद दिल पसंद आया …
ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम – ग़ालिब Zahar-e-Gham kar chuka tha mera kaam -Ghalib न होगा यक बयाबाँ माँदगी से ज़ौक़ कम मेरा हुबाब-ए-मौज-ए-रफ़्तार है, नक़्श-ए-क़दम मेरा …
नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए – ग़ालिब Navede-Amn hai bedade dost ja ke liye -Ghalib नवेदे-अम्नहै बेदादे दोस्तजाँ के लिए रही न तर्ज़े-सितमकोई आसमाँ के लिए …
हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे- ग़ालिब Har Kadam duri-e-manjil hai numaya mujhse -Ghalib हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँमुझसे मेरी रफ़्तार से भागे है बयाबाँ मुझसे दर्से-उन्वाने-तमाशाबा-तग़ाफ़ुलख़ुशतर है …