Category: Hindi Poems
याचना Yachana पुरवा! जब मेरे देश जाना मेरी चंदन माटी की गंध अपनी साँसों में भर लेना, नाप लेना मेरे पोखर मेरे तालाब की थाह कहीं वे सूखे …
कविता Kavita शब्दों के जोड़-तोड़ से गणित की तरह हल की जा रही है जो वह कविता नहीं है अपनी सामर्थ्य से दूना बोझ उठाते-उठाते चटख गई हैं …
रात के ख़्वाब सुनाएँ किस को रात के ख़्वाब सुहाने थे Raat ke khwab sunaye kis ko raat ke khwab suhane the रात के ख़्वाब सुनाएँ किस को रात …
आधा चैत हुआ Aadha chet hua आधा चैत हुआ कि जैसे पूरा चैत हुआ- सूरज तपा, हवा लू बन लेती है बदन दबोच पंछी आसमान में उड़ते हैं, होता …
रूप के बादल Roop ke badal रूप के बादल यहाँ बरसे कि यह मन हो गया गीला! चांद- बदली में छिपा तो बहुत भाया ज्यों किसी को- फिर किसी …
वर्षा के मेघ कटे Varsha ke megh kate वर्षा के मेघ कटे- रहे-रहे आसमान बहुत साफ़ हो गया है, वर्षा के मेघ कटे! पेड़ों की छाँव ज़रा और हरी …
मुसकुराती रही कामना Muskurati rahi kamna तुम जलाकर दिये, मुँह छुपाते रहे, जगमगाती रही कल्पना रात जाती रही, भोर आती रही, मुसकुराती रही कामना चाँद घूँघट घटा का उठाता …
दो प्राण मिले Do prani mile दो मेघ मिले बोले-डोले, बरसाकर दो-दो बूँद चले । भौंरों को देख उड़े भौरें, कलियों को देख हँसी कलियाँ, कुंजों को देख निकुंज …