Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Hullad Muradabadi “Dohe , “दोहे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दोहे – हुल्लड़ मुरादाबादी Dohe – Hullad Muradabadi कर्ज़ा देता मित्र को, वह मूर्ख कहलाए, महामूर्ख वह यार है, जो पैसे लौटाए। बिना जुर्म के पिटेगा, समझाया था तोय, …

Hindi Poem of Hullad Muradabadi “Kya karegi Chandani , “क्या करेगी चांदनी ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

क्या करेगी चांदनी – हुल्लड़ मुरादाबादी Kya karegi Chandani – Hullad Muradabadi   चांद औरों पर मरेगा क्या करेगी चांदनी प्यार में पंगा करेगा क्या करेगी चांदनी चांद से …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Gazal ho gai , “ग़ज़ल हो गई ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

ग़ज़ल हो गई – अल्हड़ बीकानेरी Gazal ho gai – Alhad Bikaneri लफ़्ज़ तोड़े मरोड़े ग़ज़ल हो गई सर रदीफ़ों के फोड़े ग़ज़ल हो गई लीद करके अदीबों की …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “do navo ki savari , “दो नावों की सवारी ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दो नावों की सवारी – अल्हड़ बीकानेरी do navo ki savari – Alhad Bikaneri   कविता के साथ चली चाकरी चालीस साल आखर मिटाए कब मिटे हैं ललाट के …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Man mast hua , “मन मस्त हुआ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मन मस्त हुआ – अल्हड़ बीकानेरी Man mast hua – Alhad Bikaneri   आदि से अनूप हूँ मैं, तेरा ही स्वरूप हूँ मैं मेरी भी कथाएँ हैं अनन्त मेरे …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Delhi , “दिल्ली ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दिल्ली – अल्हड़ बीकानेरी Delhi – Alhad Bikaneri दिल्ली तो करोड़ों दिल वालों की नगरिया है कोई ले दिमाग़ से क्यों काम मेरे राम जी भूले से, यहाँ जो …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Daroga ji , “दारोग़ा जी” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दारोग़ा जी – अल्हड़ बीकानेरी Daroga ji – Alhad Bikaneri   डाकू नहीं, ठग नहीं, चोर या उचक्का नहीं कवि हूँ मैं मुझे बख्श दीजिए दारोग़ा जी काव्य-पाठ हेतु …