Category: Hindi Poems
समय का फेर – अल्हड़ बीकानेरी Samay ka fer – Alhad Bikaneri कैसा क्रूर भाग्य का चक्कर कैसा विकट समय का फेर कहलाते हम- बीकानेरी कभी न देखा- …
पल में काँटा बदल गया – अल्हड़ बीकानेरी pal mein kanta badal gya – Alhad Bikaneri कूड़ा करकट रहा सटकता, चुगे न मोती हंसा ने करी जतन से …
शारदा स्तुति – अल्हड़ बीकानेरी Sharda Stuti – Alhad Bikaneri वर दे, वर दे, मातु शारदे कवि-सम्मेलन धुऑंधार दे ‘रस’ की बात लगे जब नीकी घर में जमे …
हे दयालु नेता – अल्हड़ बीकानेरी He Dayalu neta – Alhad Bikaneri तुम्हीं हो भाषण, तुम्हीं हो ताली दया करो हे दयालु नेता तुम्हीं हो बैंगन, तुम्हीं हो …
मुझको सरकार बनाने दो – अल्हड़ बीकानेरी Mujhko sarkar banane do – Alhad Bikaneri जो बुढ्ढे खूसट नेता हैं, उनको खड्डे में जाने दो। बस एक बार, बस …
दाता एक राम – अल्हड़ बीकानेरी Data ek Ram – Alhad Bikaneri साधू, संत, फकीर, औलिया, दानवीर, भिखमंगे दो रोटी के लिए रात-दिन नाचें होकर नंगे घाट-घाट घूमे, …
कुत्ते तभी भौंकते हैं – अल्हड़ बीकानेरी Kutte tabhi Bhonkte hein – Alhad Bikaneri रामू जेठ बहू से बोले, मत हो बेटी बोर कुत्ते तभी भौंकते हैं जब …
कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा – मजरूह सुल्तानपुरी Koi hamdam nar raha koi sahara na raha – Majruh Sultanpuri कोई हमदम न रहा, कोई सहारा …