Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Samay ka fer, “समय का फेर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

समय का फेर – अल्हड़ बीकानेरी Samay ka fer – Alhad Bikaneri   कैसा क्रूर भाग्य का चक्कर कैसा विकट समय का फेर कहलाते हम- बीकानेरी कभी न देखा- …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “pal mein kanta badal gya , “पल में काँटा बदल गया ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

पल में काँटा बदल गया – अल्हड़ बीकानेरी pal mein kanta badal gya – Alhad Bikaneri   कूड़ा करकट रहा सटकता, चुगे न मोती हंसा ने करी जतन से …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Sharda Stuti , “शारदा स्तुति” Complete Poem for Class 10 and Class 12

शारदा स्तुति – अल्हड़ बीकानेरी Sharda Stuti – Alhad Bikaneri   वर दे, वर दे, मातु शारदे कवि-सम्मेलन धुऑंधार दे ‘रस’ की बात लगे जब नीकी घर में जमे …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “He Dayalu neta , “हे दयालु नेता ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

हे दयालु नेता – अल्हड़ बीकानेरी He Dayalu neta – Alhad Bikaneri   तुम्हीं हो भाषण, तुम्हीं हो ताली दया करो हे दयालु नेता तुम्हीं हो बैंगन, तुम्हीं हो …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Mujhko sarkar banane do , “मुझको सरकार बनाने दो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मुझको सरकार बनाने दो – अल्हड़ बीकानेरी Mujhko sarkar banane do – Alhad Bikaneri   जो बुढ्ढे खूसट नेता हैं, उनको खड्डे में जाने दो। बस एक बार, बस …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Data ek Ram , “दाता एक राम ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दाता एक राम – अल्हड़ बीकानेरी Data ek Ram – Alhad Bikaneri   साधू, संत, फकीर, औलिया, दानवीर, भिखमंगे दो रोटी के लिए रात-दिन नाचें होकर नंगे घाट-घाट घूमे, …

Hindi Poem of Alhad Bikaneri “Kutte tabhi Bhonkte hein , “कुत्ते तभी भौंकते हैं ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कुत्ते तभी भौंकते हैं – अल्हड़ बीकानेरी Kutte tabhi Bhonkte hein – Alhad Bikaneri   रामू जेठ बहू से बोले, मत हो बेटी बोर कुत्ते तभी भौंकते हैं जब …

Hindi Poem of Majruh Sultanpuri “Koi hamdam nar raha koi sahara na raha , “कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा – मजरूह सुल्तानपुरी Koi hamdam nar raha koi sahara na raha – Majruh Sultanpuri   कोई हमदम न रहा, कोई सहारा …