Category: Hindi Poems
हम हैं माता ए कूचा-ओ-बाज़ार की तरह – मजरूह सुल्तानपुरी Hum hein Mata e kucha-o-bazar ki tarha – Majruh Sultanpuri हम हैं मता-ए-कूचा-ओ-बाज़ार की तरह उठती है हर …
हमें ए दिल कहीं ले चल बड़ा तेरा करम होगा – मजरूह सुल्तानपुरी Hame e dil kahi le chal bada tera karam hoga – Majruh Sultanpuri हमें ए …
आँचल मे सज़ा लेना कलियाँ जुल्फों मे सितारे भर लेना – मजरूह सुल्तानपुरी aanchal me saja lena kaliya julfo mein sitare bhar lena – Majruh Sultanpuri आँचल में …
उठाये जा उनके सितम और जिए जा – मजरूह सुल्तानपुरी Uthaye ja unke sitam or jiye ja – Majruh Sultanpuri उठाये जा उनके सितम और जिए जा यों …
वो जो मुह फेर कर गुजर जाए – मजरूह सुल्तानपुरी Vo jo Mooh fer kar gujar jaye – Majruh Sultanpuri वो जो मुह फेर कर गुजर जाए हश्र …
कोई आतिश दर-सुबू शोला-ब-जाम आ ही गया – मजरूह सुल्तानपुरी Koi aatish dar-subu shola-b-jma aa hi gya – Majruh Sultanpuri कोई आतिश दर-सुबू शोला-ब-जाम आ ही गया आफ़ताब …
दुश्मनों की दोस्ती है अब अहले वतन के साथ – मजरूह सुल्तानपुरी dushmano ki dosti hai ab ahle vata ke saath – Majruh Sultanpuri दुश्मनों की दोस्ती है …
पहले सौ बार इधर और उधर देखा है – मजरूह सुल्तानपुरी Pahle so baar idher or udhar dekha hai – Majruh Sultanpuri पहले सौ बार इधर और उधर …